गाजियाबाद में नाबालिग बच्चों के धर्मांतरण मामला इन दिनों चर्चा में बना हुआ है। इसे लेकर एक के बाद एक खुलासे हो रहे है। पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। इसी कड़ी में पुलिस को आरोपी के खिलाफ अहम सबूत मिले हैं। सूत्रों के अनुसार पुलिस को पता चला है कि शहनवाज उर्फ बद्दो ने सुन्नत कराने के लिए ग्रुप में वीडियोज शेयर करता था। पुलिस को ये सारी जानकारी नाबालिगों से बातचीत और मोबाइल फोन से मिली है।
सुन्नत कराने के लिए उकसाता था आरोपी
पुलिस उन बच्चों के फोन की जांच कर रही हैं जिनका शहनवाज उर्फ बद्दो ब्रैनवॉश कर रहा था। बच्चों के साथ की गई चैटिंग में शहनवाज बच्चों को सुन्नत कराने के लिए उकसा रहा था। आपको बता दें, इस्लाम का सच्चा अनुयायी बनने के लिए खतना कराना भी जरूरी है और इसीलिए खतने के कई वीडियो ग्रुप में शेयर करता था। पूछताछ में पता चला कि बद्दो ने कई बार नाबालिक बच्चों से खतना कराने को लेकर बात की है।
बच्चों का किया ब्रेनवॉश
शहनवाज उर्फ बद्दो ने खुद की झूठी कहानी सुनाकर बच्चों का ब्रेनवॉश किया। शहनवाज ने धर्मांतरण का शिकार हुए बच्चों को बताया कि वो पहले ईसाई था, जिस वजह से उसने काफी परेशानियां झेलनी पड़ी थी। उसने बच्चों से कहा कि इन परेशानियों से बचने के लिए वो आयत पढ़ने लगा। जिसके बाद उसने इस्लाम धर्म कबूल किया और उसकी सारी परेशानियां दूर होने लगी। जिसके बाद उसकी जिंदगी में खुशियां आने लगी वो जीवन में सफल होने लगा… आराम की जिंदगी जीने लगा। इतना ही नहीं इसके बाद वो नाबालिग बच्चों को इस्लाम धर्म अपनाकर आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करने लगा।ताकि बच्चे इस्लाम धर्म कबूल कर ले और अपने परिवार से अलग हो जाएं।