नई दिल्ली: (Shamshera Movie Review) बॉलीवुड की मच अवेटेड फिल्म शमशेरा (Shamshera) 22 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज की गई है। दर्शक इस फिल्म का काफी दिनों से इंतजार कर रहे थे और करें भी क्यों न आखिरकार पूरे 4 सालों के बाद उनके पसंदीदा अभिनेता रणबीर कपूर सिल्वर स्क्रीन पर वापसी जो करने जा रहे थे। रणबीर की आखिरी फिल्म संजू सुपरहिट रही थी, लेकिन तब से लेकर अब तक काफी कुछ बदल गया है। हाल ही में अभिनेता ने आलिया भट्ट से शादी करके सबको चौंका दिया था। चलिए बात करते हैं उनकी फिल्म शमशेरा की।
दर्शक इस फिल्म को देखने का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। (Shamshera Movie Review) इस फिल्म के लिए यशराज ने 150 करोड़ रुपए खर्च किए, जिसके चलते ये फिल्म लद्दाख के यूनियन टेरिटरी में शामिल होने के बाद, वहां शूट होने वाली पहली फिल्म भी बन गई है। फिल्म में अपने किरदार को दमदार और छाप छोड़ने वाला बनाने के लिए रणबीर कपूर ने इस फिल्म के लिए अपना वजन बढ़ाने के साथ-साथ डबल रोल की भूमिका में अपने किरदार यानि बेटे बल्ली के लिए वजन भी घटाया। यहां तक इस फिल्म के लिए अभिनेता ने कलारीपट्टू की ट्रेनिंग तक ली। (Shamshera Movie Review) वहीं संजय दत्त फिल्म में अपने दमदार किरदारों अग्निपथ (Agnipath) और केजीएफ (KGF) में निभाए गए अपने रोल की याद दिलाते हुए इस फिल्म में दरोगा शुद्ध सिंह के रोल में नज़र आए।
इस फिल्म को लेकर जो अनुमान लगाया जा रहा था, वो विफल रहा है। (Shamshera Movie Review) फिल्म कहानी और अपनी एक्सपेक्टेशन में खरी साबित नहीं हो पाई। संजय दत्त अकेले अपने अभिनय से इस फिल्म में जान फूंकते नज़र आए। इस फिल्म का नतीजा ये रहा ऊंची दुकान फीके पकवान। ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श (Taran Adarsh) ने भी इस फिल्म को “असहनीय और ठग्स ऑफ हिंदोस्तान की यादें ताजा करने वाला बताया है। साथ ही रणबीर कपूर की स्टार पावर को भी डूबते हुए जहाज को न बचाने वाला बताया है।”