सपा डेलिगेशन सपा विधायक इरफान सोलंकी मामले की जांच करने कानपुर पहुंच गया है। इस दौरान सपा कानपुर नगर अध्यक्ष सहित 10 विधायक आज इरफान सोलंकी घर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का भी जायजा लिया और पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड से मुलाकात की। उन्होंने पुलिस कमिश्नर को CCTV फुटेज भी दिखाया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के आदेश के अनुसार सपा के वरिष्ठ नेता व विधायक डॉ. मनोज पांडेय के नेतृत्व में 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल कानपुर पहुंचा है।
इरफान सोलंकी भाई के साथ फरार
इस प्रतिनिधिमंडल में विशम्भर सिंह यादव, गौरव रावत, अरमान खान, डॉ. आरके वर्मा, विनोद चतुर्वेदी, अनिल प्रधान, ब्रजेश कठेरिया, अमिताभ बाजपेई, मो. हसन ‘रूमी‘और सपा नगर अध्यक्ष डॉ. इमरान भी शामिल हैं। उन्होंने जांच के बाद रिपोर्ट भी मांगी है। वहीं मंगलवार को प्लॉट पर कब्जा और आगजनी को लेकर इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान पर केस दर्ज किया गया था। तब से दोनों फरार है। पुलिस टीमें उनकी तलाश में जुटी है।
‘हम इस षड्यंत्र का विरोध करते हैं’
वहीं सपा नगर अध्यक्ष डॉ. इमरान का कहना है कि ” 4 बार के विधायक पर FIR उनकी अनुपस्थिति में बदले की भावना से की गई है। इसके बाद रात के 3 बजे कई थानों की फोर्स एक जनप्रतिनिधि की गिरफ्तारी के लिए उनके घर को घेर लेती है। जैसे कि वह कोई विधायक नहीं बल्की मोस्टवांटेड अपराधी हो। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस की इतनी सक्रियता सिर्फ विपक्ष के नेताओं के लिए ही है। साफतौर पर सपा विधायक का उत्पीड़न किया जा रहा है जो बर्दाश्त करने योग्य नहीं है।” उन्होंने कहा कि हम सपा जनप्रतिनिधियों के खिलाफ हो रहे षड्यंत्र का विरोध करते है। पार्टी पदाधिकारी रिपोर्ट तैयार करके अखिलेश यादव को सौंपेंगे। लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए सत्याग्रह की राह पर चल कर गांधीवादी लड़ाई लड़ी जाएगी।”
टट्टर के घर में लगाई आग
दरअसल प्रयागराज निवासी बेबी नाज ने सपा विधायक और उनके भाई पर मुकदमा दर्ज करवाया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पिता के जाजमऊ के KDA डिफेंस कॉलोनी में एक प्लाट पर कब्जे को लेकर सपा विधायक इरफान सोलंकी के भाई से विवाद चल रहा है। उनका परिवार वहां टट्टर का घर बनाकर रहते हैं। आरोप है कि सोमवार को जब सभी लोग पारिवारिक शादी समारोह में शामिल होने गए हुए थे, इस दौरान सपा विधायक के भाई ने उनके घर में आग लगवा दी।
आसपास के लोगों ने जब पुलिस और दमकल को इसकी सूचना दी। लेकिन विधायक के इशारे पर ना तो पुलिस आई और ना ही दमकलकर्मी। कोई कार्यवाई न होने पर पीड़ित परिवार आला अफसरों की चौखट पर पहुंचा। मामला की सूचना मिलते ही पुलिस कमिश्नर ने जाजमऊ थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया। इसके अलावा इरफान और उनके भाई पर भी केस दर्ज किया।
इरफान सोलंकी 6 से अधिक केस दर्ज
वहीं आपको बता दें कि सपा विधायक इरफान सोलंकी पर एफआईआर और अरेस्टिंग का ये कोई पहला मामला नहीं, बल्कि इससे पहले कई बार विवाद, पुलिस मुजहमत, मारपीट और अफसरों से बदसलूकी के मामले में जेल जा चुके हैं। फिलहाल विधायक पर 6 से अधिक केस दर्ज हैं।