WTC Finals 2025 : श्रीलंका क्रिकेट टीम के अनुभवी और बहुमुखी ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज ने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। 38 वर्षीय मैथ्यूज ने करीब 17 वर्षों तक श्रीलंका का टेस्ट क्रिकेट में प्रतिनिधित्व किया और अब उन्होंने इस फॉर्मेट को अलविदा कहने का फैसला किया है। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 2008 में की थी और तब से लेकर 2023 तक श्रीलंका के लिए कई अहम मुकाबलों में हिस्सा लिया, जिनमें वनडे वर्ल्ड कप 2023 भी शामिल रहा। हालांकि, उस टूर्नामेंट में श्रीलंकाई टीम सेमीफाइनल तक का सफर तय नहीं कर सकी थी।
विदाई में छलका दर्द
मैथ्यूज ने अपने संन्यास की घोषणा एक भावुक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए की। उन्होंने लिखा,
“मेरे प्रिय मित्रों और परिवार, दिल से कृतज्ञता व्यक्त करते हुए मैं अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। इस महान खेल के सबसे प्रतिष्ठित प्रारूप को अलविदा कहना आसान नहीं, लेकिन अब वक्त आ गया है। श्रीलंका के लिए खेलना मेरे जीवन का सबसे बड़ा गर्व रहा है। देश की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरना मेरे लिए देशभक्ति का सर्वोच्च प्रतीक रहा है।”
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उन्होंने इस मौके पर भगवान, अपने माता-पिता, जीवनसाथी, बच्चों और उन सभी प्रशंसकों का आभार व्यक्त किया, जो हर कठिन समय में उनके साथ खड़े रहे। मैथ्यूज ने यह भी बताया कि जून में बांग्लादेश के खिलाफ होने वाला टेस्ट मैच उनका आखिरी लाल गेंद का मुकाबला होगा।
ऐसा था मैथ्यूज का शानदार टेस्ट करियर
एंजेलो मैथ्यूज ने अपने टेस्ट करियर में 118 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 44.62 की औसत से 8167 रन बनाए। उन्होंने इस दौरान 16 शतक और 45 अर्धशतक जड़े। बल्लेबाजी के अलावा गेंदबाजी में भी उनका योगदान उल्लेखनीय रहा, उन्होंने 33 विकेट हासिल किए। मैथ्यूज ने अपना पहला टेस्ट मैच साल 2009 में पाकिस्तान के खिलाफ गॉल में खेला था। उनकी विदाई श्रीलंकाई क्रिकेट के एक युग के अंत का प्रतीक है। हालांकि टेस्ट क्रिकेट से दूरी बनाने के बाद भी उनके योगदान और यादगार प्रदर्शन हमेशा फैंस के दिलों में जिंदा रहेंगे।