इंदैर में खेले गए भारत और न्यूजीलैंड के बीच वनडे सीरीज के तीसरे और आखरी मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और युवा शुभमन गिल ने सैकड़ा जड़ दिया। बता दें रोहित के फैंस काफी समय से हिटमैन के शतक का इंतजार कर रहे थे और कई पारियों के बाद रोहित ने शतक के रूप में फैंस को तोहफा दे ही दिया। साथ ही शुभमन गिल ने तीसरे मैच में भी दर्शको भरपूर मनोरंजन दिया।

तीसरे वनडे में टॉस जीतकर न्यूजीलैंड ने पहले गेंदबाजी करने का फैसले किया और भारत को बल्लेबाजी करने का न्यौता दिया। कप्तान रोहित शर्मा ने युवा शुभमन गिल के साथ पारी का आगाज किया, देखते ही देखते दोनों के बीच पहले वनडे की ही तरह अच्छी साझेदारी पनपने लगी। पहले दोनो ने फिफ्टी लगाई और बाद में दोनों ही खिलाड़ियों ने लगभग एक साथ शतक भी लगाया।
किसी भी टीम को अपने ओपनरों से जैसी उम्मीद होती है वैसा ही काम शुभमन और रोहित की जोड़ी ने किया।
पावरप्ले का इस्तेमाल करना हो या फिर एक बड़े स्कोर के लिए अच्छी नीव बिछाना। भारत के दोनों ओपनरों ने अपना काम बखूबी किया।
पहले रोहित ने जड़ा सैकड़ा –

कप्तान रोहित शर्मा के बल्ले से कुछ तो बड़ा होने वाला था जिसका इशारा हमें लगातार मिल रहा था, सीरीज के पहले मैच में रोहित ने 86 और दूसरे में 51 रनों की पारी खेली थी, मतलब साफ का कि रोहित के बल्ला रन बनाने के लिए लगातार तड़प रहा था और आखिरकार तीसरे वनडे में कीवी गेंदबाजों की हवा टाइट करने और वनडे में अपना 29 वां शतक जड़ने के बाद शायद रोहित अब कुछ शांत हुए होंगे। खैर न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में रोहित ने महज 85 गेंदों में 101 रनों की शतकीय पारी खेली जिसमें उनहोने 9 चौके और 4 छक्के लगाए, साथ ही हिटमैन का स्ट्राइक रेट 118.82 का रहा।
गिल ने फिर जीता दिल –

शुभमन गिल को कप्तान रोहित शर्मा का साथ खूब भा रहा है। भारतीय टीम ने उन्हें वनडे के नए ओपनर के रूप में इस्तेमाल करना चाहा था जिस फैसले को गिल लगातार सही साबित करते जा रहे हैं। पछले 6 मौचों में गिल में गिल का ये चौथा शतक था। गिल ने तीसरे वनडे में 78 गेंदों में 112 रनों की पारी खेली जिसमें उनके बल्ले से 13 चौके और 5 छक्के निकले इससे पहले दूसरे वनडे में शुभमन गिल ने अपना पहला दोहरा शतक भी जड़ा था और सीरीज के पहले मैच में गिल ने शतक के साथ ही शुरूआत की थी। यानी कीवी गेंदबोजों की पिटाई करनी हो तो शुभमन गिल बकयदा ट्यूशन दे सकते हैं।
मैच की बात करें तो पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने अपने निर्धारित 50 ओवरों में 9 विकेट के नुकसान पर 385 रन बनाए जो कीवी टीम के लिए पहाड़ जैसा टारगेट था।