ऑस्ट्रेलिया के टॉड मर्फी ने 10 फरवरी को नागपुर में खेले गए अपने पहले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट में 5 विकेट चटकाए। लांस क्लूनेर, जैसन जॉन क्रेज, जॉन लीवर, ब्रूस टेलर और यासर अराफात के साथ मर्फी डेब्यू पर पांच विकेट लेने वाले इतिहास के केवल छठे गेंदबाज़ बने।
भारत पहले दिन मैच की कमान पकडे हुए था, लेकिन खेल समाप्त होने से ठीक पहले टॉड मर्फी ने के.एल.राहुल को 20 रन पर ही आउट कर दिया। दुसरे दिन कप्तान रोहित शर्मा और आश्विन ने 42 रन की अच्छी साझेदारी निभाते हुए ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों के लिए चीज़ें मुश्किल की। हालांकि टॉड मर्फी अपनी अच्छी गेंदबाज़ी के साथ कायम रहे और आश्विन को 23 रन पर आउट कर दिया। इसके बाद 22 वर्षीया गेंदबाज़ ने आसानी से डॉन चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली के विकेट चटकाए और अपनी टीम को खेल में वापस लाया। अपने 27 वें ओवर में श्रीकर भरत का विकेट लेकर मर्फी ने अपने डेब्यू पर पांच विकेट लेते हुए इतिहास रचा। ऑस्ट्रेलियाई सेलेक्टर्स का एक टेस्ट मैच में दो स्ट्राइक ऑफ-स्पिनरों को खिलाने का निर्णय साहसपूर्ण था क्योकि ऑस्ट्रेलिया ने 1988 के बाद से ऐसा नहीं किया था क्योकि वे आमतौर पर ऐसे स्पिनर्स चुनते हैं जो गेंद को विपरीत दिशा में घुमा सके।
नई गेंद का कमिंस को फायदा मिला और कप्तान रोहित शर्मा को उन्होंने क्लीन बोल्ड कर दिया. 212 गेंद पर 15 चौके और 2 छक्के की मदद से भारतीय कप्तान 120 रन की पारी खेल कर आउट हुए । दूसरे दिन के खेल में कप्तान रोहित शर्मा ने शानदार शतक जमाया जबकि रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने अर्धशतकीय पारी खेली. दिन का खेल खत्म होने के वक्त भारत की कुल बढ़त 144 रन की हो चुकी थी. जडेजा 66 जबकि अक्षर 52 रन बनाकर खेल रहे थे । दूसरे दिन भारतीय टीम ने दमदार खेल दिखाते हुए 7 विकेट पर 321 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया की टीम जहां पहली पारी में 200 रन तक नहीं पहुंच पाई तो भारत ने 300 से उपर का स्कोर बना दिया और पारी अब तक जारी है. टीम इंडिया की तरफ से एक शतक और 2 अर्धशतक देखने को मिली तो वहीं ऑस्ट्रेलिया का कोई बल्लेबाज फिफ्टी भी नहीं बना पाया.