भारत को 2024 टी-20 वर्ल्ड कप जिताने के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली ने अंतरराष्ट्रीय टी-20 से संन्यास का ऐलान कर दिया था, लेकिन बीसीसीआई ने 2024-25 के लिए जारी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में दोनों को जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा के साथ A+ कैटेगरी में बनाए रखा। अब नए चक्र से पहले होने वाली बीसीसीआई एजीएम में उनके भविष्य और कॉन्ट्रैक्ट स्टेटस पर निर्णायक चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है।
T-20 रिटायरमेंट के बाद भी A+ कॉन्ट्रैक्ट
भारत की 2024 टी-20 वर्ल्ड कप जीत के तुरंत बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा ने बारबाडोस में फाइनल के बाद अपनी-अपनी T-20I रिटायरमेंट की घोषणा की थी, हालांकि दोनों ने टेस्ट और वनडे करियर जारी रखने की बात साफ की। इसके बावजूद बीसीसीआई ने 2024–25 सीज़न (1 अक्टूबर 2024 से 30 सितंबर 2025) के लिए जारी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में रोहित और कोहली को बुमराह व जडेजा के साथ A+ श्रेणी में रखा, जो सालाना 7 करोड़ रुपये रिटेनर वाली टॉप कैटेगरी है।
रिपोर्ट्स के अनुसार A+ कैटेगरी उन खिलाड़ियों के लिए होती है जो आकलन अवधि के दौरान तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, ODI, T20I) में नियमित रूप से टीम इंडिया का हिस्सा रहे हों, और अक्टूबर 2023 से जून 2024 के बीच यह शर्त रोहित, कोहली और जडेजा पर लागू होती थी क्योंकि वे उस समय तक सभी फॉर्मेट खेल रहे थे और टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल तक तीनों प्रारूपों के रेगुलर माने जाते थे।
एजीएम में क्या है बड़ा मुद्दा?
ताज़ा रिपोर्टों में कहा गया है कि बीसीसीआई की आगामी एजीएम/एपेक्स काउंसिल मीटिंग (22 दिसंबर के आसपास प्रस्तावित) में अगली कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट पर चर्चा होगी, जिसमें शुबमन गिल को A+ प्रमोशन देने के साथ-साथ रोहित–कोहली को टॉप ब्रैकेट में बरकरार रखने या नहीं रखने पर भी फैसला हो सकता है। बोर्ड का फोकस अगले ओडीआई वर्ल्ड कप 2027 और टेस्ट चक्र की योजना पर है, इसलिए चयन समिति और हेड कोच गौतम गंभीर से इन दोनों वरिष्ठ खिलाड़ियों की भूमिका और उपलब्धता पर स्पष्ट रोडमैप मांगा जाएगा।
कॉन्ट्रैक्ट रिविज़न पर चर्चा का एक अहम पहलू यह भी है कि क्या भविष्य में A+ कैटेगरी को “तीनों फॉर्मेट” से जोड़कर कठोरता से लागू किया जाएगा या फिर वरिष्ठ खिलाड़ियों के योगदान और मार्केट वैल्यू को देखते हुए कुछ लचीलापन रखा जाएगा। फिलहाल यह साफ है कि 2024-25 चक्र के लिए तो दोनों दिग्गजों का A+ कॉन्ट्रैक्ट बरकरार है, लेकिन अगले चक्र में उनका दर्जा एजीएम की बहस और टीम मैनेजमेंट की दीर्घकालिक योजना पर निर्भर करेगा।










