हाल ही में 7-11 जून तक इंग्लैंड के ओवल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेला गया था जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रनों के बड़े अंतर से हराया था। मैच के अगले ही दिन यानी 12 जून को एक इंटरव्यू में पूर्व भारतीय कप्तान और BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भारत की हार के मुख्य कारण बताए, साथ ही उन्होंने मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा की गलतियों को भी उजागर किया।
गांगुली ने क्या कहा आइए विस्तार से जानते हैं। जब स्पोर्टस तक के एडिटर विक्रांत गुप्ता ने सौरव गांगुली से पूछा कि आपके हिसाब से भारत की हार कयों हुई तो दादा ने बताया कि पिछले 22 सालों में जब भी भारत और ऑस्ट्रेलिया टेस्ट में एक दूसरे के आमने सामने आए हैं उनमें से 22 मैचों में भारत जीता है और 16 मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीते हैं, भारत का पक्ष इस मामले में मजबूत था लेकिन फिर भी हम हारे, इसके कई कारण थे।
दादा ने आगे कहा कि WTC फाइनल के पहले दिन के दूसरे सेशन तक भारतीय टीम काफी पीछे जा चुकी थी क्योंकि ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी शानदार हो रही थी, अगले दिन पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 469 रन बोर्ड पर लगा दिए थे। पहले दिन का ये दबाव भारत पांचवे दिन तक कम नहीं कर पाया। दादा ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट “चेस” जैसे होता है अगर आपकी शुरू की चाल कारगर रहती है तो आप फायदे में रहते हैं।
इसके अलावा भारत की फ्लॉप बल्लेबीजी को भी दादा ने हार का कारण बताया, दादा ने कहा कि टेस्ट में जीत के लिए आपको पहली पारी में 350 रन बनाने ही बनाने होते हैं, भारतीय टीम 296 रनों पर ऑल आउट हो गई और ये रन बाद में काफी कम पड़ गए।
दादा ने गिनाईं रोहित की गलतियां –
1.टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करना –
सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबादी के रोहित के फैसले को गलत बताया, दादा ने कहा कि टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करनी चाहिए थी, ये 5 दिन का खेल है आपको उसी हिसाब से सोचना चाहिए था। दादा ने कहा कि इसमें रिस्क था लेकिन ये रिस्क रोहित को लेना चाहिए था। इसके लिए दादा ने एक उदाहरण भी दिया “2006 में जोहानिसबर्ग में भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को ऐसे ही पिच पर पहले बल्लेबाजी करके हराया था, तब टीम के कप्तान राहुल द्रविड़ थे। गांगुली ने ये भी कहा कि हार का ज्यादा गम ना मनाएं आप ये भी देखें कि भारतीय टीम लगातार 2 बार WTC फाइनल में पहुंची है और आगे भी प्रबल दावेदार है।
- अश्विन को ना खिलाना –
WTC फाइनल में मैजूदा वक्त के नंबर 1 टेस्ट गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को ना खिलाना सौरव गांगुली ने रोहित शर्मा की गलती माना। गांगुली ने कहा कि जब आप टेस्ट के लिए टीम बनाते हैं तो 5 दिन का सोच कर चलते हैं। अश्विन को इस टीम में होना चाहिए था, मैं कप्तान होता तो उन्हें जरूर खिलाता क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के पास 4 बाएं हाथ के बल्लेबाज थे जिन्हें अश्विन काफी परेशान करते, इसके अलवा अश्विन मेरा डिफेंसिव बॉलर होता। वे बखूबी बल्लेबाजी भी कर लेते हैं।