11 सितंबर को एशिया कप(Asia Cup) के फाइनल मुकाबले में श्रीलंका ने पाकिस्तान को 23 रनों से हराकर छठी बार एशिया कप(Asia Cup) का टाइटल अपने नाम किया। इस साल के एशिया कप की मेजबानी श्रीलंका ही कर रहा था, वो बात अलग है कि राजनैतिक अस्थिरता के कारण ये टूर्नामेंट श्रीलंका में ना खेलकर UAE में खेला गया। पहले मैच में श्रीलंका को अफगानिस्तान से करारी और शर्मनाक हार मिली थी, लेकिन उस हार से सीख लेकर श्रीलंकाई टीम ने वापसी की और उसके बाद एक भी मैच में उन्हें हार का मुंह नहीं देखना पड़ा। बहुत सारे भारतीय भी चाहते थे कि श्रीलंका ही एशिया कप जीते और उन सभी की यह दुआ कुबूल भी हो गई लेकिन एक गड़बड़ है। इस साल के टाइटल के साथ श्रीलंका ने छठी बार एशिया कप अपने नाम किया यानी कि भारत के पास अब मात्र एक ही टायटल की लीड बची है। अगर भारतीय टीम का यही हाल रहा तो लगता है कि जल्द ही एशिया कप को सबसे ज्यादा बार जीतने के मामले में श्रीलंका भारत को पछाड़ देगी।
2022 एशिया कप में अफगानिस्तान के हाथों शर्मनाक हार से अपने अभिययान की शुरूआत करने वाली श्रीलाकाई टीम ने बाउंस बैक करके बाकी सभी टीमों को हराते हुए एशिया कप की ट्रॉफी पर कब्जा किया।
फाइनल में भारत के दोनों पड़ोसी श्रीलका और पाकिस्ता के बीच खूब संघर्ष हुआ लेकिन मैच की दूसरी पारी की अंतिम गेंद पर पाकिस्तान का अंतिम विकेट लेकर श्रीलंका ने ये ऐलान कर दिया कि अब उसका अगला टारगेट होगी भारत की लीड को छीनना। भले ही पाकिस्तान बनाम श्रीलंका के फाइनल मैच में बहुत से भारतीय फैंस ने श्रीलंका को सपोर्ट किया हो लेकिन अब उन्ही के सपोर्ट वाली श्रीलंकाई टीम भारतीय टीम के सिरदर्द का कारण बनी हुई है। दरअसल 1984 से 2022 तक एशिया कप के कुल 15 सीजन खेले गए हैं जिनमें से 7 बार भारत और 2022 की जीत के बाद 6 बार श्रीलंका ने खिताब जीता है।
भारत ने 1984,1988,1990-91,1995,2010,2016 और 2018 में एशिया कप की ट्रॉफी को अपने नाम किया वहीं श्रीलंका ने 1986,1997,2004,2008,2014 और 2022 में ट्रॉफी उठाई है।
भारत और श्रीलंका के बीच अब मात्र 1 ही खिताब का अंतर बचा हुआ है और भारतीय टीम की मौजूदा हालत को देखते हुए ये कहा नहीं जा सकता कि वे अगले एशिया कप में भी ट्रॉफी जीत पाएंगे या नहीं।
भारतीय टीम में स्टारों की कमी नहीं थी लेकिन श्रीलंका की टीम में कोई खास बड़े स्टार नहीं थे, सभी वो खिलाड़ी थे जो क्रिकेट जगत में अपना नाम बनाना के दौर में हैं।
ये कहना गलत नहीं होगा कि अगर एशिया कप में मिली इस हार से भारत ने सीख ना ली तो आने वाले 2 सीजन में श्रीलंका भी उससे आगे निकल सकता है।