नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम के महानतम ऑलराउंडर में शुमार कपिल देव ने भारत को पहली बार विश्व चैंपियन बनाया। कपिल जैसा महान गेंदबाज और बल्लेबाजी धुरंधर आज तक भारतीय टीम में नहीं आया। पर टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने ‘हरियाणा हरिकेन’ (कपिल देव) पर एक चौंकाने वाला बयान दिया है। योगराज सिंह ने एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान बताया कि जब उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था तो वह कपिल देव के सिर में गोली मारने के लिए उनके घर पर पहुंच गए थे। पिस्टल जब निकाली तो उस वक्त कपिल देव अपनी मां के साथ घर से बाहर आ गए थे। कपिल की मां को देखकर मैंने अपना इरादा बदल लिया था।
कपिल देव को दी गालियां
योगराज सिंह ने यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान बताया कि कपिल देव उस दौर में हरियाणा टीम के कैप्तान थे। उन्होंने बिना किसी कारण मुझे टीम से बाहर कर दिया। योगराज सिंह ने बताया कि टीम से बाहर किए जाने से मेरा परिवार बहुत दुखी था। पत्नी ने मुझसे कहा कि आप कपिल देव से बात करें। तब मैंने उससे कहा कि मैं इस आदमी को सबक सिखाऊंगा। फिर मैं अपनी पिस्तौल के साथ कपिल के घर पहुंच गया। लेकिन वह अपनी मां के साथ घर से बाहर आया। मैंने उसे एक दर्जन बार गाली दी। मैंने कपिल देव से कहा कि तुम्हारी वजह से मैंने एक दोस्त खो दिया है और तुमने जो किया है, उसकी कीमत तुम्हें चुकानी पड़ेगी।
इस वजह से नहीं मारी गोली
योगराज सिंह ने आगे कहा, ’मैं ने उस (कपिल देव) से कहा मैं तुम्हारे सिर में गोली मारना चाहता हूं, लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सकता। क्योंकि तुम्हारी बहुत ही पवित्र मां है, जो यहां खड़ी है। फिर मैंने अपनी पत्नि शबनम से कहा, ’चलो चलते हैं। योगराज ने यह भी खुलासा किया कि कपिल देव और बिशन सिंह बेदी की राजनीति के कारण कथित तौर पर नॉर्थ जोन से बाहर किए जाने के बाद उन्होंने क्रिकेट खेलना बंद करने का फैसला किया। योगराज ने कहा कि उन्हें सीनियर खिलाड़ियों ने बाहर कर दिया क्योंकि उनकी सुनील गावस्कर से अच्छी दोस्ती थी। यही वह क्षण था जब मैंने तय किया कि मैं क्रिकेट नहीं खेलूंगा और अब युवी खेलेगा।
कपिल देव पर कसा था तंज
योगराज ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने भारत की वनडे विश्व कप 2011 जीत के बाद कपिल देव पर तंज कसते हुए कहा था कि ’उनका बेटा’ विश्व कप चैंपियन है। उन्होंने कहा, ’2011 में जब भारत ने विश्व कप जीता था, तो केवल एक ही व्यक्ति रो रहा था और वह कपिल देव थे। मैंने उन्हें एक पेपर कटिंग भेजी थी कि मेरे बेटे ने विश्व कप में आपसे बेहतर प्रदर्शन किया है। कपिल देव के चलते मेरा क्रिकेट कॅरियर बर्बाद हुआ पर मैंने अपने बेटे को विश्व चैम्पियन बनाकर बहुत कुछ हासिल कर लिया।
अब जानें कपिल देव के बारे में
हरियाणा हरिकेन के नाम से मशहूर कपिल देव का पूरा नाम कपिल देव निखंज है। 16 साल तक भारत के लिए क्रिकेट खेलने वाले कपिल के नाम कई रिकार्ड दर्ज हैं। वनडे और टेस्ट दोनों मिलाकर कपिल के नाम कुल 687 विकेट हैं जबकि 9031 रन भी उनके खाते में आते हैं। उन्होंने 131 टेस्ट मैच खेलकर कुल 5248 रन बनाए हैं और 434 विकेट हासिल किए हैं। वहीं वनडे की बात करें तो कपिल के नाम 225 मैचों में 3783 रन हैं और 253 विकेट भी चटकाए हैं।
कपिल देव की कप्तानी में भारत जीता वर्ल्डकप
कपिल भारत के एक मात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके नाम ऐसी उपलब्धि दर्ज है। साल 1983 में भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज जैसी ताकतवर टीम को हराकर पहली बार वर्ल्ड कप जीता था। भारत ने दो बार की लगातार वर्ल्ड चैंपियन रही टीम को फाइनल में कपिल की शानदार कप्तानी और बेहतरीन फील्डिंग के दम पर मात दी थी। भारत के विश्व विजेता कप्तान कपिल देव को दुनिया के महानतम ऑलराउंडर में गिना जाता है। कपिल ने पाकिस्तान के खिलाफ 1 अक्टूबर 1978 में इंटरनेशनल डेब्यू किया था।