श्रीलंका में आर्थिक संकट के साथ वहां अब राजनीतिक संकट भी गहराता दिख रहा है। आज प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के अनुरोध के बाद पीएम महिंदा ने यह फैसला लिया है। उनसे आपातकाल की स्थिति के बाद गहराते आर्थिक संकट के कारण पद छोड़ने का अनुरोध किया गया था।
पीएम महिंदा ने श्रीलंकाई मंत्रिमंडल को पहले ही अपने इस्तीफे के बारे में सूचित कर दिया था। वहीं उनका इस्तीफा कैबिनेट में भी बिखराव लाएगा जिससे वहां अब और संकट गहरा सकता है। बता दें कि महिंदा राजपक्षे पहले कई बार कह चुके थे कि अगर श्रीलंका में आर्थिक संकट का एकमात्र समाधान उनका इस्तीफा है, तो वह ऐसा करने को तैयार हैं।
राजधानी कोलंबो में इस बीच आज सत्ताधारी पार्टी के समर्थकों ने सरकार का विरोध कर रहे लोगों पर ही धावा बोल दिया। सरकार समर्थकों की पुलिस के साथ भी झड़प की जानकारी सामने आई है, जिसके बाद पुलिस ने उनपर आंसू गैस के गोले छोड़े और वाटर कैनर से पानी की बौछार की।
सोमवार को सत्तारूढ़ पार्टी के सैकड़ों समर्थकों ने प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के आधिकारिक आवास के बाहर रैली की। गोटा गो गामा विरोध स्थल पर सरकार समर्थकों ने लोहे के डंडों से प्रदर्शनकारियों पर हमला किया। मार्च के अंत में राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद सरकार समर्थक और सरकार विरोधी लोगों के बीच यह पहली झड़प है। इस टकराव में कम से कम 20 लोग गंभीर रूप से घायल हुए है। वहीं झड़प के इलाके में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है और श्रीलंका के पश्चिमी प्रांत में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जिसमें कोलंबो भी शामिल है।
(By: ABHINAV SHUKLA)