बिहार, बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी हिंसा की आग भड़क उठी है। बता दें कि छत्तीसगढ़ के बेमेतरा के बिरनपुर गांव में दो समुदायों के बीच फैली सांप्रदायिक हिंसा में युवक की मौत हो गई है। कई लोग घायल हुए हैं। वही क्षेत्र में धारा 144 लागू की गई है। गांव में कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया है। हिंसा के बाद घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस के जवानों पर भी लोगों ने पथराव कर दिया जिसमे पुलिस वाले भी घायल हुए है। दो समुदायों के बीच जमकर पथराव हुआ, लाठियां चलीं, तलवार से हमले किए गए।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, कुछ बच्चों के बीच छोटी सी बात को लेकर लड़ाई हुई जो बढ़ गई। बच्चों की लड़ाई इस कदर बढ़ी की दो समुदाय के लोग विवाद को सुलझाने के लिए गांव के चौराहे पर एकत्र हुए। हालांकि मामला सुलझाने की जगह ये मामला और बढ़ गया। इसके बाद दोनों पक्षों के लोग लामबंद हो गए और झड़प में ईश्वर साहू नाम का शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया। बाद में उसकी मौत हो गई।
भीड़ ने पुलिस कर्मियों पर किया हमला
वही बेमेतरा की पुलिस अधीक्षक इंदिरा कल्याण एलेसेला ने बताया कि किसी ने हिंसा भड़काने की सूचना पुलिस को दी। जैसे ही पुलिस को दो समुदाय में हिंसा भड़कने की सूचना मिली पुलिस अधिकारी अलर्ट मोड पर आ गए। एक पुलिस दल को मौके पर भेजा गया, लेकिन भीड़ ने पुलिस कर्मियों पर ही हमला बोल दिया है। पुलिसकर्मियों पर पथराव किया जिसमें से पुलिस के तीन कर्मी घायल हो गए।
11 लोग पुलिस की गिरफ्त में
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उग्र भीड़ ने कुछ वाहनों में आग लगा दी। पुआल के ढेर भी जला डाला। बवाल बढ़ता देख अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर रवाना किया गया। मौके पर जब बड़ी संख्या में पुलिसबल पहुंचा तब स्थिति नियंत्रण में आई। पुलिस प्रशासन ने इलाके में निषेधाज्ञा लागू कर दी है. गांव में तनावपूर्ण शांति बनी है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। स्थिति सामान्य होने तक पुलिस की तैनाती जारी रहेगी। उपद्रवियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है। अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।