कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के सत्ता में आने पर बजरंग दल को बैन करने की घोषणा पर बीजेपी ने अपना दांव चल दिया है। बता दें कि बिजेपी ने ऐलान किया है कि वह राज्य के हर गांव -हर मंदिर में हनुमान चालिसा का पाठ करने वाली है। वहीं पीॆएम मोदी ने आज दक्षिण कर्नाटक के मुदबिदरी में एक रैली को संबोधित करते हुए बजरंग बली की जय के नारे लगाए।
वहीं बीजेपी ने बजरंग दल पर बैन लगाने वाली इस बात को राज्य में 10 मई को होने वाली वोटिंग से पहले चुनावी मुद्दा बनाने की पूरी तैयारी में है। वहीं 4 मई को शाम 7 बजे कर्नाटक के हर मंदिर, ग्राम पंचायत, शहरी इलाके में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाना है। हनुमान चालीसा के पाठ करने की जिम्मेदारी वीएचपी और हिंदू संगठनों ने ली हैं।
बीजेपी ने बजरंग दल पर बैन लगाने वाली बात को राज्य में 10 मई को होगी। 4 मई को शाम 7 बजे कर्नाटक के हर मंदिर, ग्राम पंचायत, शहरी इलाके में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा. बीजेपी ने अब इस मुद्दे को चुनावी मुद्दे में तब्दील कर दिया है. हनुमान चालीसा के पाठ करने की जिम्मेदारी वीएचपी और हिंदू संगठनों की होगी.ने वाली वोटिंग से पहलु चुनावी मुद्दा बनाने की पूरी तैयारी कर ली है. कल शाम 7 बजे बीजेपी राज्य के हर मंदिर, ग्राम पंचायत में और शहरी इलाके में हनुमान चालिसा का पाठ करेंगे।
तुष्टीरकण का इतिहास रहा है- कांग्रेस
वहीं पीएम मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि, आतंकवाद और आतंकवादियों का तुष्टिकरण करने का कांग्रेस का इतिहास रहा है और उन्होंने विपक्षी दल के घोषणा में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगने के वादे को भगवान हनुमान को ताले में बंद करने की कोशिश करार दिया।
कमलनाथ ने भी उठाए सवाल
दरअसल, बजरंग दल को बैन करने को लेकर जब पीसीसी चीफ कमलनाथ से सवाल किया गया, तो उन्होंने भी इशारों-इशारों में पार्टी के फैसले पर सवाल उठाए। कमलनाथ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही कह चुका है कि अगर कोई संस्था या व्यक्ति सामाजिक विवाद पैदा करता है, तो उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
रिपोटर्स ने कांग्रेस के घोषणापत्र और बजरंग दल को बैन करने को लेकर कमलनाथ से स्पष्ट तरीके से सवाल किया। इस पर उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और जनता पहले से ही कह रही है कि जो भी समाज में नफरता फैलाए या विवाद करवाए, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।