आगरा के पास मौजूद फतेहपुर सिकरी (Fatehpur Sikri) का निर्माण 16 शताब्दी में किया गया था। लेकिन अब ये ऐतिहासिक इमारत (historical building) कमजोर हो गई है। दरअसल फतेहपुर सीकरी (Fatehpur Sikri) स्मारक का गुबंद क्षतिग्रस्त हो गई है।
यह गुबंद बुलंद दरवाजा (lofty door) स्थित शाही जामा मस्जिद (JAMA Masjid) के पीछे स्थित है I संरक्षित स्मारक पुरातत्व विभाग की अनदेखी का शिकार हो रहे हैंI संरक्षित स्मारक (Memorial) जीर्ण शीर्ण होकर अपना मूल स्वरूप खो रहे I
गनीमत रही कि मलबे को छत पर गिरने से बड़ा हादसा टला गया I इससे पहले भी इस तरीके की कई घटनाएं (accidents) घटित हो चुकी हैं I आखिरकार रखरखाव के लिए आने वाले भारी भरकम बजट के बाद भी स्मारकों (Memorial) का सही तरीके से रखरखाव क्यों नहीं हो रहा है?
यह घटना फतेहपुर सीकरी (Fatehpur Sikri) स्थित बुलंद दरवाजा के परिसर की है। आपको बता दें जब फतेहपुर सिकरी (Fatehpur Sikri) का निर्माण किया गया उस वक्त शहर काफी शाही हुआ करता था।
लेकिन आज भी ये शहर मुगल सम्राज्य (Mughal Empire) के आदर्शों और विरासत को समेटे हुए है। इसे 1571 में मुगल बादशाह अकबर (Emperor Akbar) द्वारा बनवाया गया था। 12वीं शताब्दी में शुंग वंश (Shunga dynasty) और बाद में राजपूतों (Rajputs) के शासन के दौरान यहां कई छोटे-छोटे और विभिन्न प्रकार के स्मारकों और किलों को बनाया गया था।
माना जाता है कि अकबर ने फतेहपुर सिकरी (Fatehpur Sikri) बनवाते समय इन्हें तुड़वा दिया था। लेकिन 1586 में शहर में पानी की कमी की वजह राजधानी (Capital) को फतेहपुर सिकरी (Fatehpur Sikri) से दिल्ली ट्रांसफर कर दिया गया। फिलहाल फतेहपुर सीकरी (Fatehpur Sikri) स्मारक का गुबंद क्षतिग्रस्त हो गई है।
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