Sant Ravidas Jayanti: देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के कई बड़े नेताओं ने संत कवि रविदास की जयंती पर देश वासियों को बधाई दी है. बुधवार सुबह देश के राष्ट्रपति ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर कहा कि गुरु रविदास जयंती पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं. महान संत गुरु रविदास जी ने बिना भेद-भाव के परस्पर प्रेम और समता का व्यवहार करने का संदेश दिया।
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने जातिवाद और छुआछूत जैसी कुरीतियों को खत्म करने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था. उन्होंने कहा कि हम सब गुरु रविदास जी द्वारा बताए गए मार्ग पर चलते हुए समता, समरसता और समन्वय पर आधारित समाज के निर्माण में योगदान करें।
कौन थे संत रविदास
संत रविदास भारत में 15वीं शताब्दी के एक महान संत दार्शनिक, समाज सुधारक कवि और ईश्वर के अनुयायी थे. उनका जन्म यूपी के काशी में माता कालसा देवी और बाबा संतोख दास के घर में हुआ था. वो निर्गुण परंपरा के संवाहक थे.उन्होंने उत्तर भारत में भक्ति आंदोलन का नेतृत्व किया था. ईश्वर के प्रति उनके प्रेम और सामाजिक सुमदाय में लोगों के सुधार के लिये अपने महान लेखों के जरिये संत रविदास ने विविध प्रकार के आध्यात्मिक और सामाजिक संदेश दिये थे।
उन्होंने ट्वीट किया, ”कल महान संत गुरु रविदास जी की जयंती है. उन्होंने समाज से जातिवाद और छुआछूत जैसी कुरीतियों को खत्म करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. वह आज भी हम सभी को प्रेरणा दे रहे हैं.” प्रधानमंत्री ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा, ”इस अवसर पर मुझे संत रविदास जी की पवित्र स्थली को लेकर कुछ बातें याद आ रही हैं. साल 2016 और 2019 में मुझे यहां मत्था टेकने और लंगर छकने का सौभाग्य मिला था. एक सांसद होने के नाते मैंने ये तय कर लिया था कि इस तीर्थस्थल के विकास कार्यों में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।
पीएम मोदी वाराणसी में लोकसभा सदस्य हैं. मोदी ने कहा कि उन्हें यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि उनकी सरकार ने अपने सभी कदमों और योजनाओं में गुरु रविदास की भावना को आत्मसात किया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि इतना ही नहीं, वाराणसी में उनकी स्मृति में निर्माण कार्य पूरी भव्यता के साथ चल रहा है।