Sheena Bora Murder: दस साल पुराने शीना बोरा मर्डर केस (Sheena Bora Murder Case) की मुख्य अभियुक्त इंद्राणी मुखर्जी को सुप्रीम कोर्ट ने ज़मानत दे दी है। कोर्ट ने अपने फ़ैसले में इस तथ्य को सामने रखा कि इंद्राणी मुखर्जी बीते साढ़े छह सालों से जेल में हैं और इस मामले की सुनवाई इतनी जल्दी पूरी होती नहीं दिख रही है।
जस्टिस एल नागेश्वर राव, बीआर गवई और एएस बोपन्ना ने एक विशेष प्रार्थना याचिका (Mercy Petition) पर सुनवाई पर करते हुए यह फ़ैसला किया है।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस याचिका को नवंबर 2021 में सुप्रीम कोर्ट को दी थी। इंद्राणी मुखर्जी (Indrani Mukherjee) की जमानत अर्जी को अस्वीकारे जाने के फ़ैसले के ख़िलाफ़ दायर की गई थी। बेंच ने माना कि यह केस परिस्थितिजन्य सबूतों पर आधारित है और ऐसे में इस केस का ट्रायल इतनी जल्दी पूरा होता नहीं दिख रहा।
बेंच ने अपना फ़ैसला सुनाते वक्त इस बात का भी ज़िक्र किया कि इंद्राणी मुखर्जी के सह-अभियुक्त और पति पीटर मुखर्जी (Peter Mukherjee) को पहले ही ज़मानत दी जा चुकी है।
क्या था मामला
शीना बोरा की हत्या (Sheena Bora Murder Case) अप्रैल, 2012 में हुई थी। उनकी मौत के तीन साल बाद ये केस खुला और फिर जाँच शुरू हुई। जिसके बाद शक की सुई शीना की मां इंद्राणी मुखर्जी और सौतेले पिता और मशहूर मीडिया हस्ती पीटर मुखर्जी पर गई। जिसके बाद पुलिस ने जांच के बाद दोनों को गिरफ़्तार कर लिया।
पहले मामले की जाँच पहले मुंबई पुलिस कर रही थी। बाद में जाँच सीबीआई को सौंपी गई थी।
(BY: VANSHIKA SINGH)