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रात 12 बजे मेस्टन रोड पर ताजा हुई 1947 की याद, 75 सालों से देश के इस.

रात 12 बजे मेस्टन रोड पर ताजा हुई 1947 की याद, 75 सालों से देश के इस शहर में मनाई जा रही ये अनोखी परंपरा

देश में आजादी का जश्न (freedom celebration) जारी है। लोग भिन्न-भिन्न तरीके से स्वतंत्रता दिवस (independence Day) मना रहे है। इससे संबंधित कानपुर में अनगिनत परंपराएं है और उन्हीं में एक रात 12 बजे तिरंगा फहराना भी शामिल है। जिसके चलते हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मेस्टन रोड पर रात जैसे ही घड़ी ने 12 बजे लोगों ने तिरंगा फहराकर आजादी का जश्न (freedom celebration) मनाया। इस दौरान देशभक्ति गीत गाये गये और पूरा मेस्टन रोड देश की आजादी के जश्न में डूब गया। इसके बाद सुबह से पूरे शहर में स्वतंत्रता दिवस का पर्व मनाने के कार्यक्रम शुरु हुए।

लगे ‘भारत माता की जय’ के नारे

आपको बता दें कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर इस बार अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। लेकिन मेस्टन रोड में स्वतंत्रता दिवस (independence Day) से एक दिन पहले यानी 14 अगस्त की रात 12 बजते ही आजादी का जश्न (freedom celebration) मनाया गया। 14 अगस्त 1947 से शुरू हुई परंपरा को निभाते हुए मेस्टन रोड पर झंडारोहण भी किया गया। जमकर आतिशबाजी भी हुई और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ’भारत माता की जय’ के नारे भी लगे।

जानकारी के मुताबिक 14 अगस्त 1947 की रात जब लोगों को पता चला था कि देश आजाद हो गया है तो आजादी के मतवालों ने रात 12 बजे ही तिरंगा फहरा दिया था और देश की आजादी का जश्न (freedom celebration) मनाया था। उस दिन से लेकर आज तक यह प्रथा जारी है।

14 अगस्त 1947 से शुरु परंपरा

मेस्टन रोड के रहने वाले हिंदू-मुस्लिम और कांग्रेस कमेटी के लोगों ने हमेशा की तरह इस बार भी रात में आजादी का जश्न (freedom celebration) मनाया। इस दौरान देशभक्ति के गीतों से पूरा मेस्टन रोड झूम उठा और लोग तिरंगा फहराकर देश की आजादी का जश्न (freedom celebration) मनाते रहे। बताया गया कि यह परंपरा 14 अगस्त 1947 से शुरु हुई और साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल है।

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