Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 427

Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 428
10 हजार मुस्लिम कारीगर वृंदावन में बना रहे कान्हा की पोशाक, दुनियाभर से आ रही भारी डिमांड

Janmashtami 2022: 10 हजार मुस्लिम कारीगर वृंदावन में बना रहे कान्हा की पोशाक, दुनियाभर से आ रही भारी डिमांड

Shri Krishna Janmashtami: मथुरा और वृंदावन में कल यानी 19 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। जन्मोत्सव पर जन्मस्थान में विराजमान भगवान श्रीकृष्ण के लिए हरिकांता पोशाक तैयार है। भगवान को ब्रज रत्न मुकुट के अलावा स्वर्ण कंठा, करधनी, हार, हसली, कंठेस्वरी, कुंडल पहनाया जाएगा। वहीं, श्रीबांके बिहारी को पीले रंग की ड्रेस पहनाई जाएगी।इस बीच भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा-वृंदावन में मंदिरों की साज-सज्जा के साथ दुकानों पर भगवान को सजाने का सामान मिल रहा है. लोग दूर-दूर से जन्माष्टमी के लिए शॉपिंग करने वृंदावन पहुंच रहे हैं. इसके अलावा देश-विदेश भी यहां के कारीगरों के पास ऑर्डर आ रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि मथुरा वृंदावन में मुस्लिम समुदाय के हजारों कारीगर कान्हा की पोशाक सालों से बना रहे हैं. भगवान की पोशाक बनाते समय मुस्लिम कारीगर उसकी पवित्रता का भी ध्यान रखते हैं.

जन्माष्टमी पर बढ़ जाता है कारोबार

जानकारी के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि इस साल मथुरा वृंदावन में भगवान की हाथों से बनी पोशाक का कारोबार 500 करोड़ तक पहुंच सकता है. वैसे तो साल भर ये कारोबार चलता है, लेकिन जन्माष्टमी से दो महीने पहले इस कारोबार की डिमांड काफी ज्यादा बढ़ जाती है. पिछले दो साल कोरोना की वजह से ये कारोबार हल्का रहा, लेकिन इस साल एक बार फिर से इसमें तेजी आई है.

हजारों मुस्लिम कारीगर बनाते हैं भगवान की पोशाक

एक रिपोर्ट के मुताबिक, वृंदावन शहर में भगवान श्रीकृष्ण की पोशाक बनाने के 40 कारखाने हैं. इन कारखानों में 10 हजार से ज्यादा मुस्लिम कारीगर दिन रात भगवान की पोशाक बनाते हैं. एक कारीगर ने बताया कि वृंदावन में भगवान की पोशाक बनाने का काम 50-60 साल से हो रहा है. वहां केवल भगवान श्रीकृष्ण की ही नहीं बल्कि अन्य सभी देवी-देवताओं की पोशाकें तैयार की जाती हैं.

मथुरा-वृंदावन में बनने वाली पोशाकों की डिमांड पूरी दुनिया में है. यहां अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, जापान, नेपाल, थाईलैंड और इंडोनेशिया जैसे देशों से करोड़ों रुपये के ऑर्डर आते हैं. भारत समेत दुनियाभर के करीब 90 फीसदी मंदिरों में भगवान वृंदावन में ही बनी पोशाक को पहनते हैं. ऐसा कहा जा सकता है कि वृंदावन में पोशाक बनाने का सबसे बड़ा कारोबार है.

Exit mobile version