बीजेपी और आम आदमी पर्टी में वार पलटवार चलता रहता है। लेकिन इसबर भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली सरकार की आबकारी नीति को लेकर एक स्टिंग ऑपरेशन जारी किया। जिसमें सीएम केजरीवाल और मंत्री मनीष सिसोदिया से जवाब मांगा है।
दरअसल बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता और सांसद मनोज तिवारी ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान संबित पात्रा ने केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति को लेकर सीएम और मनीष सिसोदिया से सवाल पूछे हैं। पात्रा ने सिसोदिया से पांच सवाल पूछे हैं।
अभी तक दिल्ली सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। संबित पात्रा ने निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए केजरीवाल और सिसोदिया को बेनकाब करने का काम किया है।
आम आदमी पार्टी कट्टर भ्रष्टाचारी है
पात्रा ने कहा कि आम आदमी पार्टी कट्टर भ्रष्टाचारी पार्टी है। मंत्री ने कहा है कि नई आबकारी नीति से केजरीवाल और सिसोदिया के करीबी लोगों को लाभ मिला है लेकिन स्टिंग मास्टर का अब स्टिंग हो गया है। जिन्हें मोटी दलाली करनी होती थी वो केजरीवाल के पास जाते थे।
केजरीवाल जब सीएम बने थे तो उन्होंने कहा था कि कोई भ्रष्टाचार करे तो उसका स्टिंग कर लेना। उसकी रिकॉडिंग कर लेना और हमें भेज देना, हम सच दिखा देंगे।
पात्रा ने वीडियो जारी की है। जिसका हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि आरोपी नंबर 13 सनी मारवाह के पिता का स्टिंग है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल कारनामों का खुलासा किया है। बीजेपी नेता ने कहा कि व्हाइट मनी को ब्लैक मनी में कनवर्ट करके केजरीवाल और सिसोदिया तक पहुंचाया जाता था।
नई शराब नीति के बाद खुली लूट मची
बीजेपी प्रवक्ता ने दावा करते हुए कहते है कि केजरीवाल सरकार ने कमीशन लेकर राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाया है। वहीं नई शराब नीति के बाद खुली लूट मची है। लाभ का 80 प्रतिशत दिल्ली की जनता की जेब से निकल कर दलाली के जरिए केजरीवाल और सिसोदिया की जेब में गया है।
बीजेपी प्रवक्ता कहते है कि दिल्ली सरकार की नई शराब नीति के अंदर हजारों करोड़ रुपये का जो भ्रष्टाचार हुआ है। जो किसी से छुपा नहीं है। नई शराब नीति लाकर केजरीवाल ने जनता के टैक्स के पैसों को बर्बाद किया है।
इसी बीच भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार से सवाल किया। उन्होंने कहा कि जितने सवाल हम करते थे। सभी सवालों के जवाब इन स्टिंग ऑपरेशन ने दे दिया है। स्पष्ट हो गया कि जो राजस्व दिल्ली सरकार को आता था वो क्यों शराब व्यापारियों को दिया जाता था। क्योंकि वो घूमकर इन्हीं के पास आता था।