राजधानी दिल्ली के लोधी कॉलोनी में छह वर्षीय मासूम की बलि देने का मामला सामने आया है। यहां नशे की हालत में दो युवकों ने एक 6 साल के बच्चे की गला रेत कर हत्या कर दी। जब आरोपी पकड़े गए तो उन्होंने पूछताछ में बताया कि भगवान ने सपने में आकर उन्हें बलि देने के लिए कहा था। हत्या के बाद वह दोनों बचने के लिए अपने कपड़े और धर्मेंद्र का शव छिपा रहे थे। लेकिन बच्चे के परिजन उसे ढूंढते हुए वहीं आ गए। अगर वह पकड़े नहीं जाते तो एक और बच्चे की बलि देते।
आपको बता दें कि हत्या के बाद वह दोनों बचने के लिए अपने कपड़े और धर्मेंद्र का शव छिपा रहे थे। लेकिन बच्चे के परिजन उसे ढूंढते हुए वहीं आ गए। अगर वह पकड़े नहीं जाते तो एक और बच्चे की बलि देते। यह पूरा मामला दक्षिणी दिल्ली की लोधी कॉलोनी में हुआ, जहां शनिवार की रात दो लोगों ने 6 साल के बच्चे का नशे की हालत में गला रेत कर हत्या कर दी। जब दोनों आरोपी पकड़ में आए तो नशे की हालत में ही थे और उन्होंने कहा कि भगवान ने बलि देने के लिए कहा था, जिसके चलते उन्होंने बच्चे की हत्या कर दी।
एक अक्टूबर की देर रात सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट आरके जहांगीर ने मामले की सूचना पुलिस को दी। लोधी कॉलोनी थाना पुलिस को लोगोंं ने बताया कि विजय कुमार और अमर कुमार ने धर्मेंद्र का गला काट कर उसकी हत्या कर दी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और धमेन्द्र के पिता अशोक कुमार के बयान पर हत्या का केस दर्ज कर दोनों आरोपियोंको गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोंंनो आरोपियों से पूछतााछ शुरु की। आरोपी विजय ने बताया कि उन्होंने हत्या से पहले नशा किया था। नशा करने के बाद वह भगवान की पूजा करने गए थे। वहां महिलाओं ने उन्हें अगरबत्ति नहीं दी तो वे वापस अपनी झुग्गी में आ गए। विजय ने बताया कि भगवान शंकर ने उन्हें सपने में आकर कहा कि उन्हें बच्चे की बलि देनी होगी। इसके बाद वह बच्चे की तलाश में निकल पड़े और रास्ते में उन्हें धर्मेंद्र दिखाई दिया। जिसके बाद उन्होंने उसे बुलाया और उसका गला काट दिया था।