नई दिल्लीः केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. यहां ऑटो चालक के. अनूप 25 करोड़ की लॉटरी जीतकर भी काफी परेशान है. उन्हें और उनके परिवार को अब ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिसका उन्हें अंदाजा नहीं था. उनका तो यहां तक कहना है- काश मैंने यह लॉटरी नहीं जीती होती. मैंने अपने मन की शांति खो दी है. मैं कई दिनों से दिन-रात इस परेशानी से छुटकारा पाने की कोशिश कर रहा हूं.
दरअसल, उनके घर के बाहर दिन-रात मदद मांगने वालों की भीड़ लगी है. हालांकि चैरिटी संस्थाएं और एनजीओ लगातार मदद के लिए उनके घर पर दस्तक दे रहे हैं. अनूप के परिवार के सदसयों का कहना है कि लोग पिछले कुछ दिनों से लगातार उनके घर के बार जमा हो रहे हैं और वहां से हटने के लिए मना कर रहे हैं. हालात ऐसे पहुंच गए कि वह अपने बीमार बेटे को अस्पताल नहीं ले जा सके. लोगों ने दरवाजा बाहर से ब्लॉक कर दिया था.
लॉटरी जीतना सिरदर्द बन गया
अनूप का कहना है कि अब तक मुझे कोई पैसा नहीं मिला है और न ही सोचा है कि इसका क्या करना है. अनूप ने इस समस्या को अपने फेसबुक पेज पर भी साझा किया, उसने कहा कि वह बाहर निकलने से भी डरता है, क्योंकि हो सकता है कि रास्ते में कुछ हो जाए.
डर है कि रास्ते में कुछ न हो जाए
अनूप ने बताया कि, अब मैं कामना करता हूं कि काश मैंने यह सब नहीं जीता होता. शुरु में मुझे लोगों की शुभकामनाएं और मीडिया का अटेंशन अच्छा लगा. लेकिन, अब यह पूरी तरह से सिरदर्द बन गया है. मैं लोगों की मदद करना चाहता हूं, लेकिन, यह फैसला बहुत सोच-समझकर और बड़े पैमाने पर लेना होगा.
कुछ ऐसा था अनूप का सपना
इस करोड़पति ऑटो रिक्शा चालक ने लॉटरी जीतने से पहले ही एक बड़ा सपना देखा था. वह मलेशिया जाकर कुक का काम करना चाहता था और परिवार को आर्थिक मदद देना चाहता था. लेकिन, वह जल्द ही समझ गया कि लोग मदद मांगने के लिए घर को घेर लेंगे. 25 करोड़ रुपये की लॉटरी से सरकारी टैक्स काटने के बाद अनूप को 16.25 करोड़ रुपये मिलेंगे.
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