Janmashtmi 2022: कान्हा के लिए सजी मथुरा की नगरी, जोरो-शोरो से हो रही जश्न की तैयारी, भारी संख्या में उमड़े भक्त  

Janmashtmi Special: इस साल की जन्माष्टमी में बड़ी तैयारी की जा रही है और कान्हा का जन्मदिन है तो इसी के खास अवसर पर श्रीकृष्ण जन्म स्थान संस्थान ही नहीं बल्कि ब्रज के घर-घर में तैयारी की जा रही है। प्रत्येक ब्रजवासी अपने आंगन में कृष्ण के जन्म का जश्न मनाने को लालायित है।

ब्रज के मथुरा, वृंदावन, गोकुल, गोवर्धन एवं राधाकुंड आदि के बाजार में रौनक आ गई है। बाजारों में छोटे लड्डू गोपाल, मुकुट, पोशाक, बांसुरी एवं मोरपंख आदि की बिक्री की जा रही है। कान्हा की नगरी के प्रत्येक तिराहे और चौराहों को दुल्हन की तरह सजाया गया है। इनकी भक्ति में ठाकुर जी के जयकारे लग रहे है.

इन चौराहों पर हो रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम, कलाकार कर रहे रिहर्सल जारी

– पोतरा कुंड मेंसन के सामने

– महाविद्या चौराहा

– श्रीकृष्ण जन्मभूमि गेट नं-3

– मसानी मुकुंद विहार के पास

– डींग गेट सब्जी मंडी

– भूतेश्वर तिराहा

– महाविद्या तिराहे से गोविंद नगर थाने के बीच

(ये सभी मंच श्रीकृष्ण जन्मस्थान के निकट हैं। )

– रेलवे स्टेशन माल गोदाम रोड

– बीएसए कॉलेज, एचडीएफसी बैंक के सामने

– नया बस अड्डा

– कृष्णापुरी तिराहा

– गोवर्धन चौराहा पुल के नीचे

– गोवर्धन थाने के पास

– परासौली

कान्हा जन्मदिन के लिए श्रीकृष्ण जन्म स्थान संस्थान ही नहीं बल्कि ब्रज के घर-घर में तैयारी की जा रही है। प्रत्येक ब्रजवासी अपने आंगन में कृष्ण के जन्म का जश्न मनाने को लालायित है। ब्रज के मथुरा, वृंदावन, गोकुल, गोवर्धन एवं राधाकुंड आदि के बाजार में रौनक आ गई है। बाजारों में छोटे लड्डू गोपाल, मुकुट, पोशाक, बांसुरी एवं मोरपंख आदि की बिक्री की जा रही है। मथुरा नगरी के तिराहे चौराहे सज गए हैं।

श्रीकृष्ण का 5249वां जन्मोत्सव

इस बार यह भगवान श्रीकृष्ण का 5249वां जन्मोत्सव होगा, यानि ब्रज के लाडले कृष्ण कन्हैया इस बार 5248 वर्ष के हो गए हैं। भगवान कृष्ण के 5249वें वर्ष में प्रवेश करने पर जन्मोत्सव की तैयारियां व्यापक स्तर पर की जा रही हैं।

मंदिर के विशेष कार्याधिकारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि रक्षा बंधन से पहले ही इस बार श्रद्धालुओं की भीड़ श्रीकृष्ण जन्मस्थान पहुंचने लगी थी। इन दिनों बड़ी संख्या में भक्त आ रहे हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से पहले ही लोगों की भीड़ श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर देखने को मिल रही है। झांसी से कलाकार यहां पहुंच चुके हैं जो शुक्रवार जन्मभूमि परिसर में हिन्दू संस्कृति का प्रदर्शन करेंगे, यह श्रद्धालुओं के लिए न भूलने वाले पल होगा।

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