उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पताल में हाल बेहाल है। सरकारी अस्पताल को इलाज की जरुरत है। यूपी के हापुड़ मे सरकारी अस्पताल मे मोबाईल की टोर्च की रौशनी मे मरीजों का इलाज होता है। सरकारी अस्पताल मे टोर्च की रौशनी मे डॉ मरीजों का इलाज कर रहे हैं। दो घंटे अस्पताल की बत्ती गुल रही। जिसके बाद मरीज बेहाल रहे। सरकारी अस्पताल का इन्वेर्टर भी खराब। फिर काम आया मोबाईल! अस्पताल में इंजेक्शन लगाना हो या ब्लड टेस्टिंग मोबाईल की टार्च जलाकर मरीजों का इलाज कराया गया।
टॉर्च जलाकर किया मरीजों का अस्पताल
हापुड़ के गढ़ रोड स्थित बाबू रामचरन दास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आज अंधेरे की भेट चढ़ गया। मात्र 2 घंटे से बिजली गुल होने से मरीज बेहाल हो गए।अस्पताल मे जहां मरीजों को मोबाइल की टॉर्च जला कर देखा जा रहा था, वही ब्लड सैंपल लेने के लिए भी मोबाइल की टॉर्च से काम चलाया जा रहा था।दवाई वितरण तक टार्च की रौशनी मे किया जा रहा था।
जब चिकित्सा प्रभारी से इस मामले में पूछा गया तो उनका कहना था ज्यादा बारिश होने के कारण लाइन में कोई खराबी आ गई थी। जिस कारण अस्पताल का इनवर्टर भी फेल हो गया था। हालांकि बिजली अधिकारियों से बात कर लाइट को ठीक करा दिया गया है। सरकार लाखों करोड़ों खर्च कर लोगों को सरकारी अस्पताल मे प्राइवेट जैसी सुविधाएं देने का प्रयास कर रही है।