शाह मार्केट में मोबाइल की दुकान संचालित करने वाली बहनों से 5 महीने पहले दुकान में घुसकर मारपीट और अभद्रता का मामला सामने आया है। महिलाओं का आरोप है कि मार्केट के ही तीन व्यापारियों ने वारदात की। पुलिस से शिकायत पर दरोगा ने उन्हें भगा दिया और उल्टा पाबंद कर दिया। शनिवार को पुलिस उपायुक्त नगर सूरज राय से पीड़िता मिली। तब रविवार को तीनों व्यापारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
जानिए पूरा मामला
लॉयर्स कॉलोनी निवासी शिखा सोड़ी की शाह मार्केट स्थित सिटी प्लाजा में मोबाइल की दुकान है। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह दुकान पर बहन पायल के साथ बैठती हैं। इससे ही भरण-पोषण चलता है। मार्केट में ही जयपुर हाउस निवासी पीयूष और लवेश की दुकान है। महिलाओं का आरोप है कि दोनों दुकानदार आए दिन उन्हें गलत इशारे करते हुए दुकान के सामने से गुजरते हैं। समझाने पर मानने के बजाय पुलिस ने 19 जनवरी को घर रहने वाली वृद्ध मां को भी पाबंद कर दिया
नहीं हुई शिकायत दर्ज
पीड़ित शिखा का आरोप है कि दरोगा ने शिकायत पर सुनवाई नहीं की। उन्हीं के भाई आकाश, कर्मचारी रोहित, बहन पायल और मां ऊषा को पाबंद कर दिया। मां की उम्र 60 साल है। वह कैंसर से पीड़ित हैं। पुलिस ने दबंग व्यापारी के प्रभाव में आकर एकपक्षीय कार्रवाई की आरोपियों के सीसीटीवी फुटेज भी उनके पास थे। लेकिन पुलिस इन फुटेज को मानने के लिए तैयार नहीं। कई बार शिकायत पर भी सुनवाई नहीं हुई। अब डीसीपी सिटी के आदेश पर पांच महीने बाद केस दर्ज किया गया है।
पीड़ित महिला का आरोप थाना हरीपर्वत में शिकायत पर दरोगा शिवकुमार ने उल्टा उन्हें ही हड़काया। कहा कि चुपचाप अपनी दुकान दे दो। नहीं तो वो तुम्हें किसी संगीन मुकदमे में फंसवा देंगे। थाना प्रभारी अरविंद कुमार का कहना है कि पीड़िता की तहरीर पर तीनों आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया। विवेचना में जो भी तथ्य आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। घटना के पीछे दुकान का विवाद बताया गया है।