आगरा से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। बता दें कि शॉट सर्किट से घर में आग लग गई जिसमें दो मासूम सगी बहनों की जिंदा जलकर मौत हो गई है। वहीं 6 महीना का बच्चा भी झूलसा। वहीं शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। ये पूरी घटना थाना बसई के गांव करहकी के जाटव बस्ती की है। यहां 32 साल के वीरेंद्र अपने पांच बच्चों के साथ छप्परनुमा घर बनाकर रहते हैं। बुधवार दोपहर 7 साल की रचना और साढे 5 साल का हर्ष घर में खेल रहा था। वहीं बाकी तीन बच्चे कनक, वीनेश और 6 महीने का मासूम आलोक घर में सो रहे थे। दोपहर करीब पौने 12 बजे बिजली की लाइन में शार्ट सर्किट से घर में आग लग गई। पल भर में ही आग की लपटें उठने लगीं, जिसमें पांचों बच्चे घिरने लगे। किसी तरह रचना और हर्ष बाहर भाग निकले। लेकिन कनक, वीनेस और आलोक अंदर ही रह गए। आग देख पास पड़ोस की महिलाएं उन्हें बचाने दौड़ी। जलती झोपड़ी से छह माह के आलोक को तो किसी तहर बाहर निकाल लिया गया, लेकिन कनक और वीनेश वहीं रह गईं। जिनकी जलकर मौत हो गई।
वहीं इसी दौरान दोनों मासूम बच्चों के शव को देखकर मां गीता देवी बेहोश हो गई। इसी बीच छप्पर से जलता हुआ बांस नीचे गिर गया। जिसकी चपेट में किरोरी जाटव की झोपड़ी भी आ गई और आग लग गई। आग लगने से झोपड़ी में बैठे लोग जान बचाने के लिए बाहर निकल आए। घटना की जानकारी पर आनन फानन में थाना प्रभारी बसई जगनेर सुनील कुमार तोमर पहुंच गए। दोनों मासूम बच्चियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवा दिया।