हम 21वीं सदी में है लेकिन आज भी जातिवाद का कीड़ा हमारे देश की नीव को खोखला करता जा रहा है। देश में आज भी तमाम स्थानों स्कूल कॉलेजों में जाति को लेकर भेदभाव देखने को मिलता है। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के उदयपुर जिले से सामने आया है। जहां सरकारी स्कूल के रसोइए ने 2 दलित छात्राओं के साथ भेदभाव करते पाया गया जिसके आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
दरअसल शुक्रवार को बारोड़ी क्षेत्र के एक सरकारी उच्च प्राथमिक विद्यालय में दलित छात्राओं ने बच्चों को खाना परोसा दिया। वह खाना लाला राम गुर्जर द्वारा पकाया गया था। लालराम ने दलित छात्रों द्वारा भोजन परोसने पर आपत्ति जताई और भोजन कर रहे छात्रों से कहा कि वे इसे फेंक दें। क्योंकि यह दलित छात्राओं ने परोसा है। यही नहीं छात्रों ने उनके कहने पर भोजन फेंक भी दिया। इस घटना की सारी कहानी बच्चों ने अपने परिजनों को सुनाई। जिसके बाद छात्राओं के परिजनों ने स्कूल पहुंचकर रसोइए के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत गोगुंदा थाने में रसोइए के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
वहीं पुलिस का कहना है कि छात्रों ने इसलिए खाना फेंक दिया क्योंकि वह दलित छात्राओं ने परोसा था मामला सही पाए जाने पर उचित कार्रवाई की गई है। वहीं उन्होंने कहा कि रसोइया अपनी पसंद के उच्च जाति के छात्रों को खाना परोसने को कहता था। लेकिन खाना ढंग से नहीं परोसे जाने की शिकायत के बाद एक शिक्षक ने शुक्रवार को दलित लड़कियों को खाना परोसने को कहा था। जिसके बाद ये हंगामा हो गया।