Gold Rate: 10 ग्राम का सोना ऑलटाइम हाई ₹73,514 का है। ईरान-इजराइल टकराव से 16 दिन में मूल्य ₹4,550 बढ़ा, अब ₹10,212 बढ़ा

Gold Rate: 16 अप्रैल, आज, सोने ने अपना सर्वकालिक सर्वोच्च बनाया है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के अनुसार, 10 ग्राम सोना मंगलवार को 701 रुपए महंगा होकर 73,514 रुपए का हो गया। 1 अप्रैल को इजराइल-ईरान तनाव की शुरुआत से 16 दिन में सोने की कीमत 4,550 रुपए बढ़ गई है।

हाल ही में चांदी में भी तेजी देखने को मिली है। चांदी की कीमत 180 रुपये से 83,632 रुपये हो गई है। 12 अप्रैल को चांदी ने 83,819 रुपए का सर्वोच्च स्तर देखा था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले दिनों में इनकी कीमतों में वृद्धि हो सकती है।

Lok Sabha Election 2024 : ‘रामनवमी उनके लिए दंगा करने का दिन’, ममता नो BJP पर किया करारा प्रहार

15 दिन में सोना 4,550 रुपये महंगा हुआ

1 अप्रैल को इजराइल और ईरान में तनाव शुरू हुआ। तब सोना 68,964 रुपये था। 1 जनवरी को, 16 अप्रैल को, इसकी कीमत 73,514 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। यानी सिर्फ 15 दिनों में ही 4,550 रुपए की लागत बढ़ गई है। इजराइल-ईरान संघर्ष में तेजी से सुधार हो सकता है।

Gold Rate

सोने-चांदी में पिछले कुछ वर्षों में क्या रुझान देखा गया है?

युद्धकाल में सोने की कीमतों में हमेशा वृद्धि हुई है। 1990 और 1991 के दौरान गल्फ वॉर के दौरान सोने की कीमतों में वृद्धि हुई, लेकिन यह लंबी अवधि थी। 2003 में इराक युद्ध के दौरान भी सोने की कीमतें बढ़ गईं।

COVID-19 महामारी ने मार्च 2020 में भारत सहित कई देशों को बंद कर दिया। 10 ग्राम सोने का मूल्य तब 41,000 रुपए के आसपास था। अगस्त तक मूल्य लगभग 55,000 तक पहुंच गया था। लेकिन बाद में इसका मूल्य 50,000 से नीचे आ गया था।

रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान सोने में भी तेजी आई। 24 फरवरी 2022 को रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ। 7 मार्च 2022 को सोने का मूल्य लगभग ₹1000/10 ग्राम बढ़ा। 24 कैरेट सोने की कीमत अब ₹53,890/10 ग्राम है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत ₹49,400/10 ग्राम है।

7 अक्टूबर 2023 को इजराइल-हमास जंग शुरू हुई। उस समय सोने की कीमत लगभग 57,000 रुपये थी। 1 नवंबर तक कीमत लगभग 61,000 हो गई। 1 जनवरी को 10 ग्राम सोने की कीमत 63,000 थी, लेकिन अब 73,500 के पार है।

75 हजार रुपये का सोना, एक लाख रुपये का चांदी मिल सकते हैं

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले दिनों में सोने में सुधार हो सकता है। इस साल के आखिर तक सोना प्रति 10 ग्राम 75 हजार रुपए तक जा सकता है।

ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल का अनुमान है कि चांदी की कीमतों में अगले कुछ महीनों में तेजी देखने को मिलेगी।ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि हम चांदी में निवेश की सलाह देते हैं, पहले 92,000 रुपए और फिर 1 लाख रुपए। फर्म ने 75,000 रुपये की गिरावट पर निवेश की सलाह दी है।

साढ़े 3 महीने में 10,212 रुपए बढ़े सोने के दाम

सोने की कीमत सिर्फ तीन महीने में 10,212 रुपए बढ़ चुकी है। 1 जनवरी को सोना 63,302 रुपए था। 63,302 रुपए प्रति ग्राम से 73,514 रुपए प्रति ग्राम हो गया। साथ ही चांदी की कीमत 73,395 रुपए प्रति किलोग्राम से 83,632 रुपए पर भी चली गई।

युद्ध या मंदी के दौरान सोने-चांदी की कीमतें क्यों बढ़ती हैं?

युद्ध जियोपॉलिटिकल इक्वेशन्स को खराब कर सकता है। ग्लोबल सप्लाई चेन को बाधित कर सकता है, महंगाई को बढ़ा सकता है और लोगों को फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट में भरोसा कम कर सकता है। यही कारण है कि बहुत से लोग, यहां तक कि सरकारें, अपने पोर्टफोलियो में सोना रखते हैं। डिमांड बढ़ने से लागत बढ़ती है

Exit mobile version