लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। नवंबर गर्म रहा। जनाब ने 123 साल का रिकार्ड तोड़ दिया। सर्दी के मौसम वाले महिने में लोगों को कूलर, पंखा और एसी चलाना पड़ा। किसान हलकान थे तो ऊलन कारोबारी आसमान को ताक रहे थे। दिसंबर आया। उम्मीद जगी की शाएद अब मौसम मेहरबान बन जाए। 7 दिसंबर तक हालात ज्यों के त्यों बने रहे। लेकिन 8 की शाम एकाएक मौसम का मिजाज बदल दिया और 9 की सुबह से प्रचंड ठंड ने दस्तक दे दी। पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में सोमवार को हल्की बारिश होगी और उसके बाद शीतलहर चलेगी।
इस वजह से बदला मौसम का मिजाज
मौसम विभाग ने बताया कि मध्य पाकिस्तान और उसके आसपास बने पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में यह बदलाव आया है। इसके प्रभाव से रविवार को दिल्ली-एनसीआर के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई। कुछ ऐसा ही हाल यूपी में भी दिखा। लखनऊ-कानपुर में चक्रवाती हवाओं के घेरे ने रात में ठंडक बढ़ा दी। रात का न्यूनतम पारा लुढ़क कर 7.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। यह तापमान सामान्य औसत से 1.5 डिग्री कम है। 48 घंटे में माहौल में नमी 32 फीसदी बढ़ गई। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अब ठंडक में इजाफा होता रहेगा।
इस वजह से अचानक पड़ने लगी ठंड
सीएसएस कानपुर के मौसम विज्ञानियों ने बताया कि, दोनों चक्रवाती घेरों की नमी के मिलने और दो दिन के बाद पश्चिमी विक्षोभ के लौटते ही दिन का तापमान भी गिरेगा। इससे दिन में ठंडक और बढ़ेगी। इसके साथ ही जेट स्ट्रीम भी नीचे आ गईं। ये समुद्री हवाएं प्रशांत महासागर की नमी लेकर आएंगी। इस समय माहौल में दो तरफ से नमी आ रही है। एक अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती घेरे और दूसरे जम्मू-कश्मीर में रुके पश्चिमी विक्षोभ के चक्रवाती क्षेत्र से। अगले कुछ घंटे के अंदर यूपी के कुछ जनपदों में हल्की बारिश भी हो सकती है। कोहरे की मार भी उड़ानी पड़ेगी।
जिसकी वजह से ठंडक बढ़ जाएगी
कानपुर परिक्षेत्र में की बात करें तो अगले एक-दो दिन में बादल आ जाएंगे। इससे दिन का तापमान गिरेगा। अभी हिमालयी क्षेत्र से आ रहीं उत्तर पश्चिमी हवाओं की निरंतरता के कारण रात न्यूनतम तापमान गिर गया है। 48 घंटों के अंदर न्यूनतम तापमान 2.2 डिग्री सेल्सियस तापमान नीचे आया है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ के रहने से नमी तो आ रही है लेकिन हवाओं की गति अधिक नहीं है। लेकिन जैसे ही दो दिन बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होगा हवाओं की गति बढ़ने लगेगी जिसकी वजह से ठंडक बढ़ जाएगी।
जेट स्ट्रीम हुई एक्टिव
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव की तरफ से आने वाली जेट स्ट्रीम हवाएं नीचे आ गई हैं। अभी तक ये हवाएं 1200 किमी ऊपर वातावरण में बह रही थीं। अब ये छह सौ किमी पर आ गई हैं। जेट स्ट्रीम अपनी साथ समुद्र तल की नमी लेकर आती हैं। इससे जाड़े के मौसम में सर्दी अधिक तेज हो जाती है। सीएसए के मौसम विभाग के तकनीकी अधिकारी अजय मिश्रा ने बताया कि 24 घंटे में धुंध बढ़ी है। रविवार सुबह दो किमी के स्थान पर दृश्यता नौ सौ मीटर पर आ गई। आने वाले दिनों में धुंध और कोहरा और बढ़ेगा जिससे दृश्यता घटेगी।
इन राज्यों में पारा शून्य से नीचे
वहीं अगर पूरे देश के मौसम की बात करें तो जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में कई जगहों पर पारा शून्य से नीचे तक गिर गया है। ऊंची चोटियों पर झरने जम गए हैं। रेगिस्तानी राज्य राजस्थान में भी पारा पांच डिग्री तक दर्ज किया गया है। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले दो दिनों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही यह भी बताया कि कल से उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में शीत लहर की भी शुरुआत हो जाएगी।
ठंड का प्रकोप बढ़ेगा
आईएमडी के वैज्ञानिक नरेश कुमार ने कहा कि सोमवार को बाद दिल्ली-एनसीआर में तापमान में गिरावट आएगी। राजस्थान से शीतलहर की शुरुआत होगी। पश्चिमी राजस्थान में 9 से 14 दिसंबर तक शीतलहर चलेगी। उसके बाद पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 11 दिसंबर से शीतलहर का असर देखने को मिलेगा। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भी तापमान में गिरावट के साथ ठंड का प्रकोप बढ़ेगा।
कुछ जगहों पर हल्की बारिश
आईएमडी के अनुसार, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, झारखंड, सिक्किम और हिमालयी पश्चिम बंगाल में 9 दिसंबर को देर रात और सुबह के समय घना कोहरा छाया रहेगा। इस दौरान पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग और कलीमपोंग और पंजाब व हरियाणा में कुछ जगहों पर हल्की बारिश भी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में सोमवार को हल्की बारिश भी हो सकती है। बरिश और ठंड की दस्तक से किसान गदगद है तो वहीं ऊलन कारोबारियों के चेहरों में भी मुस्कान आ गई है। किसानों का कहना है कि आलू-गेहूं की फसल को ठंड से फाएदा होगा।