नई दिल्ली। अपना दल की नेता एवं कैबिनेट मंत्री अनुप्रिया पटेल ने जातीय जनगणना पर बड़ा बयान दिया है. इन्होंने कहा है कि हमारी पार्टी अपना दल हमेशा इसके जातीय जनगणना के सपोर्ट में रही है. अपना दल अभी सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी यानी एनडीए का सहयोगी दलों में शामिल हैं. ऐसे में कैबिनेट मंत्री के ऐसे बयान से सभी हैरान हैं और यूपी का राजनीतिक पारा चढ़ चुका है.
पीएम मोदी ने बताया जात-पात की राजनीति
बता दें कि बिहार सरकार द्वारा जातीय जनगणना के आकड़ों को सार्वजनिक करने के बाद कई नेताओं के बयान सामने आए हैं. पीएम मोदी ने इसको लेकर दलों पर जात-पात की राजनीति करने वाला मामला बताया, तो उन्ही की सरकार की कैबिनेट मंत्री अनुप्रिया पटेल ने इसके सपोर्ट में बयान देकर सभी को हैरान कर दिया है.
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अनुप्रिया पटेल के बयान से सभी हैरान
अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि हमारी पार्टी हमेशा जातीय जनगणना के पक्ष में रहा है, इस बयान के बाद से यूपी के राजनीति गलियारों में हलचल पैदा हो गया है. इससे पहले भी अनुप्रिया पटेल पिछड़ा वर्ग आयोग के गठन की मांग उठा चुकी है. अब उनका जातीय जनगणना के सपोर्ट में बयान देना सभी को हैरानी में डाल रहा है. 2024 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना के आंकड़े को पेश करके चुनावी एंजेडा बदल दिया है.
बिहार में सर्वाधिक यादव जाति के लोग
गौरतलब है कि इससे पहले 2 अक्टूबर के दिन बिहार के नीतीश सरकार द्वारा जातीय जनगणना के आंकड़े को सार्वजनिक किया था. इस आंकड़ों के मुताबिक बिहार में 63 फीसदी लोग पिछड़ी जाति से तो वहीं 19 फीसदी लोग दलित और 15 फीसदी लोग सवर्ण वर्ग से आते हैं. वहीं अगर जाति के हिसाब से देखें तो बिहार में सर्वाधिक 14 फीसदी आबादी यादवों की है. इसके बाद रविदास 5.5 फीसदी, कोहरी 4.2 फीसदी और ब्राह्मण 3.65 फीसदी हैं.