होली पर सीएम योगी ने किसानों को बड़ी सौगात दी है। दरअसल गेहूं खरीद वर्ष 2023-24 के लिए गेहूं का समर्थन मूल्य घोषित कर दिया है। अब 2125 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 1 अप्रैल से 15 जून तक गेहूं की सरकारी खरीद की जाएगी। पिछले साल 2015 प्रति क्विंटल की रुपये दर से खरीद की गई थी। इस बार सरकार ने समर्थन मूल्य 110 रुपये बढ़ा दिया है।
किसानों के आधार से लिंग खाते में होगा भुगतान
खाद्य आयुक्त अनिल कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि गेहूं के मूल्य का भुगतान किसानों के आधार से लिंग खाते में किया जाएगा। किसानों को गेहूं विक्रय से पहले किसी भी जनसुविधा केंद्र, साइबर कैफे से खाद्य विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। उन्होंने कहा कि किसान अपना आधार नंबर, आधार कार्ड में अंकित अपना नाम आदि सही से अंकित करें।
साथ ही कंप्यूटराइज्ड खाता संख्या पंजीयन में दर्ज करें और अपने कुल रकबे व बोए गए गेहूं तथा अन्य फसल के रकबे को भी दर्ज करना होगा। रजिस्ट्रेशन के दौरान संयुक्त भूमि की दशा में अपनी हिस्सेदारी की सही घोषणा करें। किसान का आधार नंबर बैंक खाते से जुड़ा होना भी जरूरी है। वहीं पिछले तीन महिने में बैंक खाते में लेन-देन भी होना चाहिए।
ओटीपी भरकर पंजीकरण की प्रकिया पूरी करें
वहीं उन्होंने बताया कि गेहूं बिक्री के लिए ओटीपी आधारित पंजीकरण की व्यवस्था है। पंजीकरण के दौरान किसान अपना वर्तमान मोबाइल नंबर ही अंकित करें। ओटीपी भरकर पंजीकरण की प्रकिया पूर्ण करें। इसके अलावा बिक्री के समय क्रय केंद्रों पर किसान के स्वयं उपस्थित न होने पर पंजीकरण प्रपत्र में परिवार के नामित सदस्य का विवरण और आधार नंबर दर्ज कराना भी जरूरी होगा।
सहायता के लिए टोल फ्री नंबर पर करें संपर्क
खाद्य आयुक्त ने कहा कि खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में धान खरीद के लिए पंजीकरण करा चुके किसानों को गेहूं विक्रय के लिए दोबारा पंजीकरण कराने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन पंजीकरण को संशोधन कर दोबारा लाक करना होगा। वहीं कृषक किसी भी सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 1800-1800-150 पर या संबंधित जिले के जिला खाद्य विपणन अधिकारी, तहसील के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी या फिर ब्लॉक के विपणन निरीक्षक से संपर्क कर सकते हैं।