प्रायगराज। इंसान कितना भी बड़ा क्यों न बन जाए लेकिन अपने पुराने दिनों को कभी नहीं भूलना चाहिए। आम जन से निकल कर आम लोगों से दूरी नहीं बनानी चाहिए। यही कर रहे हैं यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य। जहां एक तरफ नेता बड़े-बड़े रेस्टोरेंट में जाना पसंद करते है। वहीं यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य आम लोगों के बीच में साधारण जीवन जीना पसंद करते हैं। लोगों के बीच जाकर उनका हालचाल पूछते है। वह कभी टी स्टाल पर चाय पीते हुए नजर आते हैं तो कभी सड़क किनारे चाय बनाते हुए। इस दौरान वह आमजन की समस्याएं सुनते और हालचाल पूछते हैं। साथ ही वह अपने पुराने दिनों को भी याद करते है।
पीएम मोदी की तरह चाय बेच चुके है डिप्टी सीएम
बता दें कि पीएम मोदी की तरह डिप्टी सीएम भी बचपन में चाय बेच चुके हैं। दरअसल डिप्टी सीएम के पिता की कौशांबी के सिराथू में चाय की दुकान थी। डिप्टी सीएम बनने के बाद खुद केशव प्रसाद मौर्य ने मीडिया से इस बात का खुलासा किया था। इस दौरान बीजेपी महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी और काशी प्रांत के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अवधेश गुप्ता समेत कई पार्टी नेता भी मौजूद रहे।
चाय पीेते हुए जानी चाय विक्रेता की राजीखुशी
ताजा मामला प्रयागराज के सिविल लाइन इलाके का है। जहां पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सड़क किनारे चाय की दुकान पर चाय पीते हुए नजर आए। बता दें कि विमल टी स्टाल पर खड़े होकर डिप्टी सीएम ने आम लोगों के साथ चाय पी। इस दौरान उन्होंने चाय वाले से उसका राजी खुशी भी पूछी और उसकी समस्याएं जानी। वहीं केशव प्रसाद मौर्य ने चाय बनाने वाले विमल को एक हजार रूपये भी दिए। वहीं इससे पहले भी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य विमल टी स्टाल पर चाय पीने आ चुके हैं।
डिप्टी सीएम ने बांटी ग्राहकों को चाय
जानकारी के लिए बता दें कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य 16 अप्रैल 2021 को भी चाय की दुकान पर खड़े नजर आए थे। उस समय वह चाय पी नहीं रहे थे बल्कि वह खुद चाय बना रहे थे। दरअसल डिप्टी सीएम अपने आवास से एयरपोर्ट जाने के लिए निकले थे। दौरान उन्होंने अपना काफिला एजी ऑफिस के पास रुकवा लिया। यहां बीजेपी नेताओं के साथ वह एसबीआई के एटीएम के सामने एक चाय की दुकान पर उतर गए। इस दौरान केशव ने चाय विक्रेता का हालचाल पूछा। इसके अलावा वह खुद वहां चाय बनाने लगे। उन्हें देख चाय वाला भी हक्का बक्का रह गया। चाय बनाने के बाद डिप्टी सीएम ने खुद ही ग्राहकों को चाय बांटी और अपने पुराने दिनों को याद किए।