UP poster war: उत्तर प्रदेश में ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर से शुरू हुआ विवाद अब एक बड़े राजनीतिक पोस्टर वॉर का रूप ले चुका है। कानपुर से उठी यह चिंगारी धीरे-धीरे बरेली, लखनऊ और फिर पूरे प्रदेश में फैल गई। बीजेपी ने इसका जवाब ‘आई लव योगी आदित्यनाथ’ और ‘आई लव बुलडोजर’ पोस्टरों से दिया, जिससे यह मुद्दा और भड़क गया। अब समाजवादी पार्टी और कांग्रेस भी इस होर्डिंग जंग में कूद पड़ी हैं। लखनऊ में लगे ‘आई लव अखिलेश यादव’ और ‘आई लव कॉन्स्टिट्यूशन’ पोस्टरों ने सूबे की राजनीति को गरमा दिया है। एक ओर बीजेपी समर्थक इसे धार्मिक भावनाओं से जोड़ रहे हैं, वहीं सपा और कांग्रेस इसे सामाजिक सौहार्द और संवैधानिक मूल्यों का प्रतीक बताकर आगे बढ़ा रही हैं।
राजधानी में छाया पोस्टर वॉर
UP लखनऊ में रविवार सुबह से ही जगह-जगह नए पोस्टरों की गूंज रही। बीजेपी युवा मोर्चा के नेता अमित त्रिपाठी ने ‘आई लव योगी आदित्यनाथ’ और ‘आई लव बुलडोजर’ वाले पोस्टर लगाए, जो देखते ही देखते वायरल हो गए। इसके जवाब में समाजवादी लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव विवेक सिंह यादव और अन्य नेताओं ने ‘आई लव अखिलेश यादव’ के साथ ‘आई लव शिक्षा, विकास और रोजगार’ लिखे पोस्टर लगवाए। इन पोस्टरों ने राजधानी की सियासी फिज़ा में नई गरमी पैदा कर दी।
सपा का पलटवार
समाजवादी पार्टी के कार्यालय के बाहर लगे पोस्टरों में अखिलेश यादव की बड़ी तस्वीरें हैं, जिन पर लिखा है—‘आई लव सामाजिक सौहार्द’, ‘आई लव समाजवादी पार्टी’, और ‘आई लव धरतीपुत्र के लाल श्री अखिलेश’। सपा नेताओं का कहना है कि यह कदम बीजेपी की नकारात्मक राजनीति के खिलाफ सकारात्मक संदेश देने के लिए उठाया गया है।
कांग्रेस का संवैधानिक संदेश
इस बीच, कांग्रेस ने भी पोस्टर वॉर में प्रवेश कर दिया। यूपी कांग्रेस कमेटी के सदस्य अब्दुल्लाह शेरखान द्वारा लगाए गए पोस्टर में ‘आई लव कॉन्स्टिट्यूशन’ लिखा गया है। इसमें राहुल गांधी संविधान की किताब थामे दिख रहे हैं, साथ ही सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय राय की तस्वीरें भी हैं। कांग्रेस ने इसे संवैधानिक मूल्यों और सामाजिक सद्भाव की रक्षा का प्रतीक बताया।
सियासी हलचल तेज
कानपुर से शुरू हुआ यह विवाद बरेली में हिंसा तक पहुंचा और अब लखनऊ की सड़कों पर राजनीतिक बयानबाजी का जरिया बन गया है। बीजेपी समर्थक धार्मिक भावनाओं की रक्षा की बात कर रहे हैं, जबकि विपक्ष इसे रोजगार, शिक्षा और संविधान से जोड़कर जनता के बीच संदेश देने की कोशिश कर रहा है। साफ है कि ‘आई लव’ पोस्टर वॉर आने वाले दिनों में UP की राजनीति का अहम मुद्दा बन सकता है।