यूपी से बड़ी खबर सामने आ रही है। यूपी के नए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। आपको बता दें कि भूपेंद्र चौधरी योदी सरकार में पंचायती राज मंत्री थे। लेकिन अब उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दरअसल प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद उसके ऊपर बड़ी जिम्मेदारी अब आ गई है। 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी का भार अब उन्हीं के कंधों पर है।
भूपेंद्र चौधरी ने फेसबुक पर दी जानकारी
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद इस्तीफा दें दिया है। अब मुद्दा ये है कि उनके इस्तीफे के बाद पंचायती राज विभाग की कमान कौन संभालेगा। अब इसकी अटकलें तेज हो गई हैं।हाल ही भूपेंद्र चौधरी भारतीय जनता पार्टी की यूपी इकाई के नए अध्यक्ष बनाए गए हैं। चौधरी ने सोमवार को राजधानी लखनऊ स्थित बीजेपी दफ्तर में कार्यभार ग्रहण की थी।
वहीं भूपेंद्र चौधरी ने फेसबुक पोस्ट करते हुए लिखा कि “भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के दायित्व के सम्यक निर्वहन हेतु आज मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दिया। अपने प्रथम तथा द्वितीय कार्यकाल में क्रमशः राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा कैबिनेट मंत्री, के रूप में प्रदेश की जनता की सेवा हेतु अवसर प्रदान करने तथा समय- समय पर दिए गए निर्देशों के लिए मुख्यमंत्री का एवं अनेक अवसरों पर प्रेरणादाई मार्गदर्शन व आशीर्वचन के लिए प्रधानमंत्री का हृदय से आभार।”
कमजोर किले को मजबूत करने का दांव
आपको बता दें संविधान में एक व्यक्ति एक पद का प्रावधान है। वहीं कहा जा रहा है कि बीजेपी भूपेंद्र सिंह चौधरी के को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर बीजेपी जातीय और क्षेत्रीय समीकरण साधा रही है। साथ ही 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में अपने सबसे कमजोर किले को मजबूत करने के लिए दांव चल दिया है।
क्योंकि भूपेंद्र सिंह चौधरी समाज से है। वो मुरादाबाद से है तो वहीं पश्चिमी यूपी बेल्ट के साथ-साथ रुहलेखंड के इलाके में भी अपना असर रखते हैं। इसीलिए बीजेपी ने दाव खेलते हुए 2024 के चुनाव से पहले भूपेंद्र सिंह को सूबे का ‘चौधरी’ बना दिया है। ताकि विराधी पार्टियों को राज्य में अपने कदम जमाने के लिए कोई जमीन खाली न मिले।