लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग (वीएलटी) डिवाइस लगाई जाएंगी। इससे महिलाओं एवं अन्य यात्रियों का सफर और अधिक सुरक्षित हो जाएगा।
परिवहन निगम की बसों से हर महीने करीब पांच करोड़ यात्री सफर करते हैं। यात्रियों की सुरक्षा के लिए निर्भया फंड से हर बस में वीएलटी डिवाइस के अलावा तीन-तीन पैनिक बटन लगाई जाएंगी। इसके तहत ऑनलाइन ट्रैकिंग में 11 हजार से अधिक बसों के नम्बर का ब्योरा दर्ज करके 24 घंटे बस के लोकेशन पर नजर रखी जाएगी। प्रदेश के 46 बस अड्डों पर यात्री बसों के आवागमन को एलईडी पर देख सकेंगे। इससे बस यात्रियों को जो भी दिक्कतें होंगी, उसे मौके पर ही दूर कराया जा सकेगा।
रोडवेज बसों में वीएलटी डिवाइस और पैनिक बटन लगाकर कमांड सेंटर से बसों की ऑनलाइन ट्रैकिंग से महिला एवं अन्य यात्रियों का सफर और अधिक सुरक्षित हो जाएगा। अवैध ढाबों पर बस रोकने से लेकर महिला यात्रियों की सुरक्षा पर विशेष नजर रखी जाएगी। परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार का कहना है कि यात्री सुरक्षा पर परिवहन मंत्री सख्त हैं। निर्भया फंड के 51 करोड़ रुपये से बस यात्रियों के लिए सफर सुरक्षित बनाया जाएगा। जल्द ही रोडवेज बसों में सुरक्षा उपकरण लगाकर कमांड सेंटर से नजर रखी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार के निर्भया फंड से 51 करोड़ रुपये करीब तीन साल पहले आ गया था। यह पैसा बसों से सफर करने वाले यात्रियों की सुरक्षा पर खर्च होना था। फिलहाल परिवहन निगम और परिवहन विभाग के आपसी विवाद के चलते निर्भया फंड का पैसा यात्रियों की सुरक्षा पर खर्च नहीं हो पाया है।