गोरखपुर में समाजवादी पार्टी की मेयर प्रत्याशी काजल निषाद ने मतगणना में बड़ी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा है। बता दें कि प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत के बाद वह मीडिया के सामने फूट-फूटकर रोने लगी। काजल निषाद ने कहा कि अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो आत्मदाह कर लूंगी। इतना ही नहीं गोरखपुर विश्वविद्यालय के काउंटिंग स्थल पर काजल निषाद कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गई है। उन्होंने कहा कि जब कर न्याय नहीं मिलेगा तब तक धरने पर बैठी रहेंगी। जरूरत पड़ी तो कोर्ट की शरण में भी जाएंगी।
काजल निषाद ने दोबारा काउंटिंग की मांग करते हुए सरकार पर आरोप लगाया कि मतगणना में इस्तेमाल किए गे कंप्यूटर अच्ची गुणवत्ता के नहीं दिए गे थे। काजल ने कहा, हमलोग दिनरात रखवाली कर रहे ।थे और हमें यह परिणाम मिल रहा हैय़ दोबारा चुनाव कराने की मांग भी की। यह चुनाव कड़ी धूप में हुआ और कड़ी धूप में हम चले। मैं चाय तक नहीं पीती थी. जनता मेरे साथ थी. मैंने पहले से कहा था कि यह निषाद समाज की मान और प्रतिष्ठा का चुनाव हैय़। जनता ने मुझे आशीर्वाद दिया. मैं कैसे मान लूं कि मेरे सब लोग हार गए।
कैसे मान लूं पारदर्शिता हुई है- काजल निषाद
सपा प्रत्याशी मे आगे कहा कि मेरे समाज ने बढ़कर वोट दिया है। मेरे गोरखपुर की जनता ने आशीर्वाद दियाष कैसे मान लूं पारदर्सिता हुई और निष्पक्ष चुनाव हुआ। इनका कंप्यूटर अच्छी गुणवत्ता का नहीं है जैसे ये सरकार रोड अच्छा नहीं देती है, वैसे कोई सामान अच्छा नहीं देती है।
आपको बता दें कि राज्य के 75 जिलों में मगर निकाय चुनाव के लिए दो चरणों में क्रमश चार मई और 11 मई को मतदान हुआ। नगर निकाय चुनाव में 17 महापौर, 1420 पार्षद, नगर पालिका परिषदों के 199 अध्यक्ष, नगर पालिका परिषदों के 5327 सदस्य, नगर पंचायतों के 544 अध्यक्ष और नगर पंचायतों के 7178 सदस्यों के निर्वाचन के लिए दोनों चरणों में मतदान हुआ।