नगर पालिका चुनाव को लेकर जहां सभी पार्टियों ने बहुत मंथन कर जिताऊ प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं तो वहीं हापुड़ में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी द्वारा चेयरमैन का सपना देखना मुमकिन नहीं लग रहा है। उनके अपने ही उनकी राह रोड़ा बनेंगे। हापुड़ समाजवादी पार्टी में अंदरूनी कलह लगातार उभर कर सामने आ रहा है। अगर पिलखुवा की बात की जाय तो सपा ने नगर पालिका पिलखुवा से पहले एडवोकेट बिलाल को समाजवादी पार्टी से अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया था, तो वहीं आनन-फानन में एडवोकेट बिलाल का टिकट काटकर प्रवीण प्रताप उर्फ राजा भैया को सपा से अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बना दिया जिसके बाद एडवोकेट बिलाल ने सपा नेताओं पर बड़े गंभीर आरोप भी लगाए।
हापुड़ नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए एक बार फिर भूचाल आ गया है। समाजवादी पार्टी ने अध्यक्ष पद के लिए सपा नेता अनिल आज़ाद की पत्नी सुनीता आज़ाद को प्रत्याशी बनाया और आनन-फानन में समाजवादी पार्टी ने अपने प्रत्याशी को कैंसिल कर आजाद समाज पार्टी की प्रत्याशी पूजा को समर्थन दे दिया। जिससे नाराज समाजवादी पार्टी के नेता अनिल आज़ाद ने जिला अध्यक्ष सहित सपा नेताओं पर भ्रष्टाचार जैसे संगीन आरोप लगाए। हापुड़ जनपद में समाजवादी पार्टी की अंदरूनी कलह साफ दिखाई दे रही है कहीं ना कहीं इसका असर आने वाले चुनाव पर पड़ेगा।