यूपी में नगर निकाय चुनाव होने वाले है, जिन्हें लेकर सभी सियासी दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। राजनीति पार्टियां तरह-तरह के पैंतरे अपना रहीं हैं। किसी से हाथ जोड़ा जा रहा है तो किसी का साथ छोड़ा जा रहा है, यानी विपक्ष एक जुट की राजनीति शुरू हो गई। इस कड़ी में रविवार को सपा मुख्यालय से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि नगर निकाय चुनाव में सपा पार्टी अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ बातचीत करके चुनाव लड़ेगी। सपा की बीजेपी से सीधी टक्कर होगी।
इस बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा स्मार्ट सीटी के नाम पर जनता को धोखे में रखा है। नगरों में चारों तरफ कूड़ा भरा पड़ा है। नालियों की सफाई नहीं की जाती है। जिसकी वजह से नगरों में डेंगू का खतरा बढ़ रहा है। इस बार नगर निकाय चुनाव में जनता खुद बीजेपी को जवाब देगी।
वहीं यूपी सरकार ने 17 नगर निगम की, 199 नगर पालिका परिषद की और 544 नगर पंचायतों की आरक्षण की अंतिम अधिसूचना गुरुवार को जारी कर दी है। जिसे लेकर एक सप्ताह के अंदर आपत्तियां मांगी गई हैं। उम्मीद है कि अप्रैल के पहले सप्ताह में नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा की जा सकती है।