रायबरेली। आज उत्तर प्रदेश की रायबरेली में 1857 की क्रांति के वीर अवध केसरी को याद किया गया। उनकी 218वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे । उन्होंने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम-1857 के अप्रतिम वीर एवं महान सेनानायक ‘अवध केसरी’ राना बेनी माधव बख्श सिंह की 218वीं जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
इस दौरान सीएम योगी ने रायबरेली के लोगों को संबोधित किया उन्होंने कहा कि देश अपनी सदियों की गुलामी के दौरान भी कभी चैन से नहीं बैठा। देश के अलग-अलग भू-भाग में आज़ादी की छटपटाहट देखने को मिलती थी। लेकिन संगठित तौर पर लड़ाई नहीं हो पाती थी। इसकी शुरुआत 1857 में हुई थी। उत्तर प्रदेश 1857 की प्रथम स्वतंत्र समर की भूमि बनी।
सीएम ने कहा कि जहां झांसी की रानी इसका नेतृत्व झांसी से कर रहीं थीं तो वहीं तात्या टोपे इसका नेतृत्व कानपुर-बिठूर से कर रहे थे। वहीं अवध क्षेत्र में जिस अमर नायक ने इस प्रथम स्वतंत्र समर का नेतृत्व किया था वह बेनी माधव बख्श सिंह जी थे।
आपको बता दें की भारत में अंग्रेजी को भगाने के लिए विद्रोह की शुरूआत बहुत पहले ही हो चुकी थी। धीरे-धीरे वह चिंगारी शोल बन गई। यह शोला 1857 का स्वतंत्रता संग्राम के नाम से भारतीय इतिहास में आज भी स्वर्णिम अक्षरों में अंकित है। जिसमें हजारों शहीदों ने अपने प्राणों की आहुति देकर भारतवर्ष की धरती से अंग्रेजों को खदेड़ने की अलख जगाई।
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