लखनऊ आम लोग 2024 के चुनाव के लिए भाजपा का शीर्ष नेतृत्व पूरे थे। कैसे एक्टिव मॉड पर आ चुका है हाल ही में हुए शीर्ष नेतृत्व में प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में बैठक के बाद लगातार 224 के चुनाव के लिए नई रणनीति में काम करते अनुसार यह भारतीय जनता पार्टी जहां पिछले दिनों चार राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष को बदला गया है। वहीं अब लोक सभा सीट के हिसाब से सबसे बड़ी लोक सभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में क्या ख़ास नज़र रखी गई है।
उत्तरप्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर रहेगा फोकस
माना जा रहा है कि उत्तरप्रदेश की 80 लोकसभा सीट के लिए प्रधानमंत्री मोदी केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की ख़ास फ़ोकस उत्तरप्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर है। भाजपा टैग थिंक टैंक कह जाने वाले ब्लॉग लगेगा ना ना हमेशा ही दो जुलाई को लखनऊ दौरे पर आए थे। इसके बाद ऑनलाइन बायर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बार नए भूपेन चौधरी फ़ार्मा लगाया था। हमेशा के साथ दिल्ली रवाना हो गए थे।
अब से 2 दिन के दिल्ली प्रवास के दौरान भव्य चौधरी ने तमाम बड़े नेताओं से मुलाक़ात की। इसी बीच उनकी और गुजरात के पूर्व डिप्टी CM तो नितिन पटेल साथ ही एक बार फिर से प्रदेश में दो नए प्रभारी की चर्चा तेज हो गई है। हालांकि इससे पहले भी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर धर्मेंद्र प्रधान और CR पाटिल के नाम पर चर्चा हुई थी।
हालांकि इन तमाम नामों की चर्चा के बीच भी माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के प्रभार उसी को दिया जाएगा जिस के नाम पर प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री हमेशा अपनी मुहर लगाएंगे। मगर देखा जाए तो कहीं न कहीं ये क़यास लगाए जा रहे हैं कि इस बार उत्तर प्रदेश की कमान गुजरात के हाथो रहने वाली है। अब ऐसे में देखना होगा कि क्या नए प्रभारी नए प्रदेश अध्यक्ष की नई टीम के साथ 2024 के लोकसभा चुनाव में क्या भाजपा सन् 2014 और 2019 वाला करिश्मा दिखा पाते ही घर आयी।
हालांकि विपक्ष अपनी पूरी तैयारी के साथ भाजपा को घेरने का प्रयास भी करेगी। ऐसे में उत्तर प्रदेश करण के लिए नई रणनीति बनाने भाजपा की मजबूरी है और लोकसभा सीटों पे 80 का वादा करने वाली भाजपा के लिए एक चुनौती भी होगी।