भोलानाथ रावत
—————————
बराबंकी। यूपी के खाद्य रसद एवं नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री सतीश शर्मा की मुहिम पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने ‘मुहर’ लगाते हुए बराबंकी की जनता को बड़ी सौगात दी है। यहां के रामनगर में स्थित पौराणिक लोधेश्वर महादेव मंदिर को नया स्वरूप मिलने जा रहा है। योगी सरकार ने काशी विश्वनाथ की तर्ज पर यहां कॉरिडोर बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना के लिए 200 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। कॉरीडोर की सौगात मिलने से जहां लोग गदगद हैं तो वहीं मंत्री ने भी सीएम योगी का आभार प्रकट किया है।
52 शिविलिंगों में एक
लोधेश्वर महादेव मंदिर बाराबंकी में नहीं बल्कि देशभर में प्रसिद्ध है। पौराणिक कथाओं के मुताबिक लोधेश्वर शिवलिंग करीब 5 हजार साल पुराना है। प्रसिद्ध मंदिर (घाघरा) सरयू नदी के किनारे स्थित है। यह इतना लोकप्रिय और प्राचीन है कि इसे धरती पर मौजूद 52 शिविलिंगों में एक माना जाता है। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों के साथ लोधेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि के पर्व पर देश के कई राज्यों से लाखों श्रद्धालु शिवलिंग पर जलाभिषेक करने पहुंचते हैं। बराबंकी के अलावा आसपास के जनपदों के लोग कई साल से लोधेश्वर महादेव में भी काशी की तरह कॉरीडोर बनाए जाने की मांग कर रहे थे।
लोधेश्वर महादेव मंदिर का कॉरीडोर दिव्य-भव्य होगा
लोधेश्वर महादेव मंदिर के विकास और कॉरीडोर के निर्माण को लेकर स्थानीय विधायक व यूपी के खाद्य रसद एवं नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री सतीश शर्मा भी जुटे हुए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोधेश्वर महादेव मंदिर के कॉरीडोर निर्माण की मंजूरी दे दी है। इस परियोजना के लिए 200 करोड़ रुपए की राशि भी स्वीकृत कर दी गई है। वहीं जमीन अधिग्रहण के लिए सरकार पहले ही 48.70 करोड़ रुपए की धनराशि जारी कर चुकी है। कॉरिडोर निर्माण का कार्य जल्द ही शुरू होगा। खाद्य रसद एवं नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री सतीश शर्मा ने बताया कि लोधोश्वर महादेव की नगरी का विकास कार्य जोरों पर चल रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लोधेश्वर महादेव मंदिर का कॉरीडोर दिव्य-भव्य होगा।
मंजूरी के साथ ही राशि भी जारी हो गई
खाद्य रसद एवं नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री सतीश शर्मा ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ भगवान लोधेश्वर महादेव के भक्त हैं। कॉरिडोर का प्रस्ताव की मंजूरी के साथ ही राशि भी जारी हो गई है। इससे पहले दो प्रमुख सड़कों को बनाने के लिए 27 करोड़ की धनराशि दी गई है। इससे भगवान भोलेनाथ के लाखों भक्तों का आवागमन सुलभ होगा। हम सीएम योगी आदित्यनाथ का आभार प्रकट करते हैं। आने वाले दिनों में महादेव की नगरी भी अयोध्या-काशी की तर्ज पर दिखेगी। इस बीच, मंदिर के मुख्य पुजारी आदित्यनाथ तिवारी ने भी सीएम योगी और खाद्य रसद एवं नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री सतीश शर्मा का आभार प्रकट करते हुए पूर्ववर्ती सपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
अखिलेश यादव की सरकार में मंदिरों की उपेक्षा
मंदिर के मुख्य पुजारी आदित्यनाथ तिवारी ने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार में मंदिरों की उपेक्षा की जाती थी। पुजारी ने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि आंधी-तूफान में जब मंदिर के पास एक मस्जिद की मीनार गिरी, जिसमें एक बच्चे की मृत्यु हुई, तब सपा सरकार ने मस्जिद की मरम्मत के लिए 30-32 लाख रुपए की मदद दी। लेकिन उसी तूफान में मंदिर का टीन शेड भी क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसकी कोई सुध नहीं ली गई। तिवारी ने वर्तमान योगी सरकार और की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मंदिरों का सौंदर्यीकरण हो रहा है। उन्होंने कहा कि पहले सिर्फ मस्जिदों को सहायता राशि दी जाती थी, जबकि हिंदू मंदिरों की उपेक्षा की जाती थी।