लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। जल्द पैसे की लालच में युवा जरायम की दुनिया में तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं। युवाओं के अंदर अपराध पनपाने में कुछ हद तक मोबाइल के साथ वेबसीरीज का भी अहम रोल है। कुछ ऐसा ही एक मामला यूपी के ग्रेटर नोएडा में सामने आया है। यहां एक शख्स दिनरात वेबसीरीज देखता रहता था। तभी शातिर के दिमाग में खुराफाती आइडिया आया और उसने किराए के फ्लैट को गांजे के बगीचे में तब्दील कर दिया। कारोबार बढ़ा तो दौलत आई और युवक महज कुछ माह के अंदर लखपति बन गया। पर पुलिस ने जब फ्लैट पर छापा मारा तो शातिर की खुराफात सामने आ गई और उसे सलाखों के पीछे जाना पड़ा।
फ्लैट में गांजे के बीस पौधे लगाए
ग्रेटर नोएडा के पार्श्वनाथ पैनोरमा सोसाइटी में मेरठ का रहने वाले राहुल ने 4 बीएचके के एक फ्लैट में किराए पर रहता था। राहुल बेरोजगार था, पर वह रईसी की जिंदगी जीता था। शातिर ने ऑनलाइन गांजे की खेती करना सीखा। इसके बाद उसने अपने फ्लैट में ही गांजे के बीस पौधे लगाए। सौ दिन में ये पौधे तैयार हो गए, जिसे बेचकर शख्स ने बारह लाख की कमाई कर डाली। राहुल बेखौफ होकर गैर कानूनी कार्य कर रहा था, पर पड़ोसियों की इसकी भनक तक नहीं हुई। जब पुलिस ने फ्लैट में छापा मारा तो हैरान रह गई। फ्लैट के अंदर ही गांजे की खेती चल रही थी। पुलिस ने कमरे से पचास से अधिक गमलों में गांजे के पौधे बरामद किये। साथ ही आरोपी को भी पकड़ लिया।
फ्लैट को ही नर्सरी बना लिया
आरोपी राहुल ने पुलिस को बताया कि उसने गांजे की खेती ऑनलाइन सीखी थी। वेबसीरीज देखकर उसने अपने फ्लैट को ही नर्सरी बना लिया। इसके बाद डार्क वेब के जरिये इसकी सप्लाई करने लगा। उसने पुलिस को बताया कि एक पौधे की खेती में छह से सात हजार का खर्चा आता है। लेकिन बाजार में बेचने पर अस्सी हजार की कमाई होती है। बीस पौधे बेचकर उसने अभी तक बारह लाख कमाए थे। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह गांजे की पौधों को तैयार करता और तस्करों को बेच कर मोटी कमाई करता। अब पुलिस राहुल के अन्य साथियों की तलाश में जुट गई है।
पिता यूपी पुलिस में थे दारोगा
आरोपी राहुल चौधरी के पिता समर सिंह यूपी पुलिस में दारोगा थे। उनके सेवानिवृत होने के बाद करीब 15 साल पहले राहुल परिवार के साथ गुजरात में जाकर बस गया था। पिता की मौत के बाद राहुल ने गांव की कृषि भूमि, घर और मेरठ वाला मकान बेच दिया था। इसके बाद वह नोएडा में रहने लगा था। नोएडा में ही आरोपी और उसकी बहन की शादी हुई। राहुल की शादी हरियाणा के जिला फरीदाबाद के गांव दयालपुर में हुई है। गांव का घर और और कृषि भूमि बेचने पर परिवार के लोगों ने उससे नाता कम कर दिया था। राहुल नोएडा में रहता और सोसाइटी के लोगों से दूरी बनाकर रखे हुए था। वह फ्लैट से बहुत कम निकलता और किसी भी शख्स से बात नहीं करता।
पड़ोसियों से बात नहीं करता था राहुल
पार्श्वनाथ पैनोरमा सोसाइटी में कुल 240 फ्लैट हैं। फ्लैट की कीमत लगभग 1.5 करोड़ से दो करोड़ रुपये है। इन्हें मासिक किराये पर 25 से 27 हजार रुपये में दिया जाता है। कई बार पड़ोसियों ने आरोपी के फ्लैट की बालकनी और बेड का दरवाजा खुला रहने पर अजीब और खूबसूरत दिखने वाले पौधों के बारे में पूछा तो वह बेरुखी से बात करता था। बीते दिवाली को आरोपी ने अपनी पत्नी और बेटी के साथ फ्लैट में पहुंचकर सजावट की थी। आरोपी हमेशा गुस्से में रहता था और अपनी पत्नी को गालियां देता था। पत्नी और बच्चों को कभी-कभार ही फ्लैट पर लाता था। फ्लैट की मालिक गुरुग्राम निवासी महिला कई बार सोसाइटी स्टाफ या पड़ोसियों को कॉल करके उसके बारे में पूछती थी।
अंदर से तेज संगीत बजता
बिजली बिल के चलते मेंटेनेंस टीम ने बीते सोमवार को ही आरोपी के फ्लैट की बिजली काट दी। इसके बाद उसने तुरंत बकाया बिल चुकाया था। आरोपी के फ्लैट को किराये पर लेने से पहले फ्लैट लंबे समय से खाली था। फ्लैट के मालिक का 2021 में कोरोना महामारी के दौरान इसी फ्लैट में निधन हो गया था। फ्लैट पर आने के दौरान पड़ोसियों का ध्यान गांजे की गंध पर नहीं जाए, इसलिए आरोपी अंदर से तेज संगीत बजता था। आरोपी ने बेड रूम में गमलों में पौधों के सामने लाइट लगा रखी थी। गांजे की गंध से बचने के लिए शातिर महंगे-महंगे स्पे यूज किया करता था।