लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। Big statement of UP Minister Ashish Patel यूपी सरकार के मंत्री आशीष पटेल लगातार मोर्चा खोले हुए हैं। फेसबुक पोस्ट के बाद उन्होंने यूपी एसटीएफ को भी ललकारा है। मंत्री ने कहा कि, तुम पैर पर गोली मारते हो, अगर दम है तो मेरे सीने पर गोली मारो। मैं एसटीएफ से डरने वाला नहीं हूं। हां मैंने वंचित वर्ग को आगे बढ़ाने की गलती की है।ऐसी गलती मैं हर बाज करता रहूंगा। आपके पास तंत्र है तो मेरे पास जनतंत्र है। जब जनतंत्र आपके साथ है तो तंत्र से कोई डरने की जरूरत नहीं है।
तो मेरा नाम आशीष पटेल
यूपी सरकार के मंत्री आशीष पटेल लगातार कईदिनों से यूपी एसटीएफ पर मोर्चा खोले हुए हैं। उन्होंने एकबार फिर बड़ा बयान देने के साथ ही ललकार लगाई है। मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि मैं एसटीएफ के उन अधिकारियों के बारे में जानना चाहता हूं कि जिस विधानसभा में परिंदा भी पर नहीं मार सकता है, उसी विधानसभा में दो लोगों को धरना देने के लिए छोड़ दिया। मंत्री ने आगे कहा कि, मैं एसटीएफ से कहना चाहता हूं कि तुम्हारा नाम स्पेशल टास्क फोर्स है तो मेरा नाम आशीष पटेल है। तुम लोग पैर में गोली मारते हो, अगर दम है तो मेरे सीने पर गोली मारो।
सरकार की एक धरना मास्टर
पल्लवी पटेल को लेकर मंत्री आषीश पटेल कहा कि सरकार की एक धरना मास्टर हैं। उनको प्रायोजित किया जाता है। उनको जब भी मौका मिलता है तो उनको धरने पर बैठा दिया जाता है। मंत्री आशीष पटेल ने आगे कहा, मैं शिशिर बाबू से कहना चाहता हूं कि आप खबरें छपवाना बंद कर दीजिए. अभी मैं मर्यादा में हूं. अगर आप मर्यादा पार करेंगे तो मैं भी मर्यादा भूल जाऊंगा. एसटीएफ का वो कौन सा अधिकारी है कि जहां सिर्फ विधायक जा सकता है, वहां दो लोगों को और धरने के लिए भेजा जा रहा है।
पर मैं तो आपके भरोसे हूं
मंत्री ने आगे कहा, आप डरा करके 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले को दबा नहीं सकते। मेरी राष्ट्रीय अध्यक्ष को केंद्र सरकार ने पूरी तरीके से पैक कर रखा है। उनके पास केंद्र सरकार की सुरक्षा है पर मैं तो आपके भरोसे हूं। मैं प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मांग करता हूं कि पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराएं। मेरे साथ हो रही साजिश का पर्दाफाश हो। मेरे साथ हो रहे मीडिया ट्रायल पर रोक लगे। मैं पिछड़े समाज से आता हूं। पटेल हूं। एसटीएफ से डरने वाला नहीं। मैं वंचितों की आवाज ऐसे ही उठाता रहूंगा।
क्या है पूरा मामला
दरअसल सिराथू से सपा विधायक व अपना दल कमेरवादी पार्टी की नेता पल्लवी पटेल ने बीते दिनों प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष के पदों पर हुए नियुक्ति में हेरफेर का गंभीर आरोप लगाया था। सपा विधायक ने आरोप लगाया था कि मौजूदा सेवा नियमावली की जगह पुरानी नियमावली के आधार पर भर्ती कर घोटाला किया गया है। उन्होंने बताया कि 2017 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से उत्तर प्रदेश चयन सेवा आयोग के तहत भर्ती होती है, लेकिन अभ्यर्थियों की हकमारी कर पदोन्नति के आधार पर पद भर दिए गए है। सपा विधायक पल्लवी पटेल ने आरोप लगाया गया है कि इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति से 25-25 लाख रुपये की धन उगाही की गई है।
पल्लवी पटेल का आरोप
पल्लवी पटेल ने आगे बताया था कि नई नियमावली के तहत भर्ती की योग्यता प्रासंगिक क्षेत्र में च्ी.क्. और 12 वर्षों का अनुभव या ड.ज्मबी और 15 वर्षों का अनुभव था। तब ये 13 पे लेवल पर नियुक्त किए जाते हैं। हालांकि भ्रष्टाचार के माध्यम से पे लेवल 10 के लोगों को पे लेवल 13 पे नियुक्त कर दिया है। पल्लवी पटेल ने अपने एक बयान में कहा था कि नियमविरूद्ध तरीके से 250 लोगों को पदोन्नति दी गई है, ये पूरी तरह से गलत है। उन्होंने इस मामले में ऊपर से नीचे तक जो लोग भी इस घोटाले में शामिल हैं, उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी।
मंत्री की तरफ से जारी है पलटवार
पल्लवी पटेल की ओर से लगाये आरोप के बाद उनकी बहन और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल की मुश्किलें बढ़ गई थी। क्योंकि इस विभाग का जिम्मा केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति व कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल के पास है। पल्लवी के आरोपों के बाद मंत्री की तरफ से पलटवार किया गया। खुद अनुप्रिया पटेल ने भी प्रकरण को लेकर अपने पति का पक्ष रखा था। बता दें, पल्लवी पटेल अनुप्रिया पटेल की बड़ी बहन हैं। पिता के निधन के बाद अनुप्रिया पटेल ने अपनी अलग पार्टी बनाई और वह एनडीए की सरकार में मंत्री हैं।