अत्याचार की सारी हदें पार! नवविवाहिता को पति के अलावा दो देवरों संग सोने के लिए किया मजबूर

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जिसमें एक नवविवाहिता के साथ ऐसा बर्ताव हुआ जिसने पांडवों की पत्नी द्रौपदी की याद दिला दी।

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Banda News: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जिसमें एक नवविवाहिता के साथ ऐसा बर्ताव हुआ जिसने पांडवों की पत्नी द्रौपदी की याद दिला दी। ससुराल वालों ने न केवल दहेज के लिए प्रताड़ित किया बल्कि उसे पति के अलावा दो देवरों के साथ सोने के लिए मजबूर किया। जब पीड़िता ने विरोध किया तो सास ने कहा कि मैंने तुम्हें सिर्फ एक बेटे के लिए नहीं ब्याहा, तीनों के साथ रहना होगा।

दहेज के लिए शादी को बनाया नर्क

पीड़िता के अनुसार 6 मार्च 2024 को उसकी शादी फतेहपुर जिले के एक मोहल्ले में हुई थी। शादी के कुछ समय बाद जब वह ससुराल पहुंची तो पति, सास और देवरों ने मायके से कार लाने की मांग शुरू कर दी। जब पिता ने असमर्थता जताई तो ससुराल वालों ने उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।

पीड़िता ने कोर्ट में दिए बयान में बताया कि उसके दो देवर नशे की हालत में उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश करने लगे। जब उसने विरोध किया और शोर मचाया तो सास ने उसे धमकाते हुए कहा कि उसे तीनों के साथ रहना होगा। पति ने भी इस घिनौनी हरकत का विरोध नहीं किया और उसे इस अमानवीय स्थिति में धकेल दिया।

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गर्भवती होने पर कराया जबरन गर्भपात

जब पीड़िता को पता चला कि वह गर्भवती है तो पति ने बच्चे को अपनाने (Banda News) से इनकार कर दिया और जबरन गर्भपात के लिए दबाव बनाने लगा। जब उसने विरोध किया तो जबरदस्ती दवा खिलाकर उसका गर्भपात करा दिया गया। पीड़िता ने इंसाफ की गुहार लगाते हुए मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी न्यायालय में वाद दायर किया। अदालत के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने पति, सास और दोनों देवरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

पुलिस ने मामले पर क्या कहा?

कोतवाली निरीक्षक पंकज सिंह (Banda News) ने बताया कि यह घटना फतेहपुर जिले की है और पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और पीड़िता को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इस घटना ने दहेज प्रथा और महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को फिर से उजागर कर दिया है। समाज को ऐसे मामलों में सख्त कानूनों के साथ-साथ मानसिकता में बदलाव लाने की जरूरत है ताकि भविष्य में किसी और बेटी को इस तरह की दरिंदगी का शिकार न बनना पड़े।

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