Sambhal Murder Case: उत्तर प्रदेश के संभल जिले के चंदौसी क्षेत्र से सामने आई यह घटना इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली है। मेरठ के सौरभ हत्याकांड जैसी ही यह वारदात अवैध संबंधों, धोखे और बेरहमी की हदें पार करती दिखती है। यहां पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की न सिर्फ हत्या की, बल्कि सबूत मिटाने के लिए उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए।
‘मामा’ के रिश्ते की आड़ में रची गई साजिश
पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक कारोबारी राहुल की पत्नी रूबी का गौरव नाम के युवक से प्रेम संबंध था। समाज और परिवार की नजरों में गौरव को रूबी का भाई बताया गया था। घर के बच्चे भी उसे ‘मामा’ कहकर बुलाते थे। पड़ोसियों को भी यही लगता था कि वह कोई करीबी रिश्तेदार है, इसलिए उसका आना-जाना सामान्य माना जाता था।
असलियत यह थी कि इसी झूठे रिश्ते की आड़ में गौरव घर में आसानी से आता था। जब राहुल घर पर नहीं होता, तब दोनों मिलते थे। राहुल की बेटी ने पुलिस को बताया कि ‘मामा’ अक्सर चॉकलेट देकर बच्चों को बाहर भेज देता था।
रंगे हाथ पकड़ा हुई हत्या
18 नवंबर की रात राहुल अचानक घर लौटा और उसने रूबी को गौरव के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया। इसी बात पर झगड़ा हुआ। गुस्से और डर में दोनों ने मिलकर सोते हुए राहुल पर लोहे की रॉड और हथौड़े से हमला कर दिया। कई वारों के बाद राहुल की मौके पर ही मौत हो गई।
ग्राइंडर से काटा शव, नाले और गंगा में फेंके हिस्से
हत्या के अगले दिन रूबी और गौरव ने शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। उन्होंने ग्राइंडर मशीन से शव के टुकड़े किए। धड़ और कटे हुए हाथ घर से करीब 800 मीटर दूर नाले में फेंक दिए गए, जबकि सिर को रामघाट पर गंगा नदी में बहा दिया गया। कपड़ों को जला दिया गया ताकि पहचान न हो सके।
झूठी गुमशुदगी रिपोर्ट, टैटू से खुला राज
हत्या के छह दिन बाद रूबी ने थाने में पति की गुमशुदगी की फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराई। करीब 27 दिन बाद नाले से एक सड़ा-गला धड़ मिला, जिसे कुत्ते नोच रहे थे। पोस्टमॉर्टम के दौरान कटे हाथ पर बने ‘राहुल’ टैटू से मृतक की पहचान हो गई। घर की तलाशी में खून के निशान भी मिले।
पूछताछ में कबूलनामा और बच्ची की मांग
कड़ी पूछताछ में रूबी टूट गई और उसने अफेयर व हत्या की बात स्वीकार कर ली। उसने बताया कि दोनों ने पहले से रास्तों की रेकी कर ली थी ताकि कोई सीसीटीवी फुटेज न मिले।
राहुल की 10 साल की बेटी ने पुलिस से रोते हुए कहा कि उसकी मां और ‘मामा’ को फांसी दी जाए। बच्ची का दर्द इस पूरे मामले को और भी डरावना बना देता है।
