Demolition in Bariyawan Akberpur : अकबरपुर तहसील क्षेत्र के बरियावन गांव में तालाब की जमीन पर खड़े किए गए अवैध निर्माणों को हटाने की मुहिम गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रही। हाई कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर बुलडोजर से कार्रवाई शुरू की। टीम को कई जगह आरसीसी के मजबूत खंभे और दीवारें मिलीं, जिन्हें गिराने में काफी समय लगा। वहीं कुछ लोगों ने हालात को देखते हुए स्वयं ही अपने मकान ढहाना शुरू कर दिया, ताकि उनका सामान सुरक्षित निकल सके।
तालाब की जमीन पर बने थे 17 मकान
बरियावन के गाटा संख्या 431, लगभग नौ बीघा भूमि को राजस्व अभिलेखों में तालाब के रूप में दर्ज किया गया है। इसके अलावा गाटा संख्या 463 और 465 नवीन परती, 394 चकमार्ग, 434 कुम्हारी मिट्टी और 263 भी तालाब के नाम पर चिह्नित हैं। राजस्व विभाग की पैमाइश में यह स्पष्ट हुआ कि इन रकबों पर कुल 17 लोगों ने मकान बना लिए थे। बंसराज बालिका इंटर कॉलेज की चारदीवारी भी तालाब की जमीन पर पाई गई। कई अतिक्रमणकारी पहले ही अपना सामान समेटकर हट चुके थे, जबकि बाकी लोग गुरुवार को अनाज, कपड़े, बिस्तर और घरेलू सामान निकालते हुए नजर आए।
मकान टूटने पर कई परिवार हुए भावुक
जब बुलडोजर से मकान गिरने लगे तो कई ग्रामीण भावुक हो उठे। कुछ परिवारों ने बताया कि उन्होंने अपनी जमा हुई पूंजी से एक-एक ईंट जोड़कर घर बनाया था, जिसे अब खुद ही तोड़ना पड़ रहा है।
कई महिलाएं और बुजुर्ग अपने टूटते घरों को देखकर रो पड़े। हालांकि प्रशासन की ओर से लगातार समझाया गया कि कार्रवाई अदालत के आदेश पर की जा रही है और तालाब की मूल संरचना को वापस लाना जरूरी है।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात रहा पुलिस बल
कार्रवाई के दौरान किसी तरह की अव्यवस्था न हो, इसके लिए भारी पुलिस बल मौके पर तैनात रहा। बड़ी संख्या में ग्रामीण और दर्शक आसपास मौजूद रहे और पूरी कार्रवाई को देखते रहे। नायब तहसीलदार रमेश चंद्र पांडे ने बताया कि हाई कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए तालाब की भूमि पर बने सभी अवैध निर्माणों को हटाया जा रहा है। उनका कहना है कि सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
