Bhadohi News: नौकरानी को आत्महत्या के लिए उकसाने और बच्चों की तस्करी के मामले में वांछित सपा विधायक जाहिद बेग ने आज जिला अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। ज्ञानपुर की सीजेएम कोर्ट साबिया खातून के समक्ष उन्हें पेश किया गया।
जहां वे करीब एक घंटे तक मौजूद रहे। अदालत के आदेश पर उन्हें ज्ञानपुर (Bhadohi News) जिला जेल भेज दिया गया। इससे पहले, पुलिस ने विधायक के बेटे जईम को बुधवार को ही गिरफ्तार कर लिया था।
कोर्ट से बाहर आते हुए विधायक जाहिद बेग ने कहा कि उन्हें न्यायालय पर भरोसा है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें खींचा गया। उन्होंने कहा, “मैं न तो गुंडा हूं, न बदमाश। मेरे साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है, मुझे समझ नहीं आ रहा।”
आरोप है कि आत्मसमर्पण के दौरान बार काउंसिल गेट पर पुलिस उन्हें खींच रही थी, जिससे वे दो बार गिर पड़े और उनकी चप्पल वहीं छूट गई। जब वे कोर्ट रूम से बाहर निकले, तो नंगे पांव थे। आत्मसमर्पण के बाद कोर्ट परिसर में उनके समर्थकों की भारी भीड़ जुट गई।
वकील ने प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
विधायक के वकील तेज बहादुर यादव ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सरेंडर के दौरान कोर्ट गेट पर पुलिस जबरदस्ती कर रही थी, जबकि विधायक की बायपास सर्जरी होने की जानकारी देने के बावजूद पुलिस नहीं मानी। वकील और न्यायालय परिसर में ऐसा व्यवहार न्यायसंगत नहीं है। यदि ऐसा होता रहा तो कोर्ट में सरेंडर की प्रक्रिया ही बंद कर देनी चाहिए।
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तेज बहादुर यादव ने यह भी कहा कि वह बार काउंसिल ऑफ इंडिया, मानवाधिकार आयोग, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से इस घटना की शिकायत करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि जब यह घटनाक्रम हो रहा था, उस समय पुलिस के उच्च अधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक और पुलिस क्षेत्राधिकारी ज्ञानपुर भी मौके पर मौजूद थे।