मीटिंग में माफ़ी और मेहनत का फॉर्मूला, लेकिन पद से दूर रहेंगे आकाश
BSP supremo मायावती ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय पर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पदाधिकारियों के साथ अहम बैठक की। इस बैठक में जहां उन्होंने डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए कार्यक्रमों की सराहना की, वहीं आकाश आनंद को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि आकाश ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है, इसलिए उन्हें माफ किया जा रहा है। अब वह संगठन के अनुभवी नेताओं के साथ मिलकर काम करेंगे, लेकिन किसी पद पर उनकी तत्काल नियुक्ति नहीं होगी।
मीटिंग में मौजूद पदाधिकारियों ने बताया कि आकाश के पास वर्तमान में कोई पद नहीं है, इसलिए वह इस बैठक में भी शामिल नहीं हुए। मायावती ने कार्यकर्ताओं को यह भी समझाया कि आकाश को लेकर कोई जल्दबाज़ी नहीं की जाएगी। पहले वह ज़मीन पर मेहनत करें, फिर भविष्य में उनके योगदान के अनुसार निर्णय लिया जाएगा।
शादी में भीड़ से परहेज़, संगठन को प्राथमिकता देने का आदेश
BSP supremo मायावती ने कार्यकर्ताओं को साफ हिदायत दी कि किसी शादी या निजी कार्यक्रम में एक साथ बड़ी संख्या में नेताओं का जाना संगठन के लिए हानिकारक हो सकता है। उन्होंने कहा कि सबको अपना-अपना काम करना चाहिए और लोकल स्तर पर संगठन को मज़बूत करने में जुट जाना चाहिए। उन्होंने लोकसभा चुनाव में मिली हार से सबक लेने की बात करते हुए निर्देश दिया कि अब बूथ स्तर पर पार्टी को मज़बूती दिलाना सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि संगठन की ज़िम्मेदारी सिर्फ जिलाध्यक्षों की नहीं है, बल्कि हर कार्यकर्ता को ज़मीन पर सक्रिय रहना होगा। जो भी नेता या कार्यकर्ता फील्ड में सक्रिय नहीं दिखेगा, उसे संगठन में जगह नहीं मिलेगी।
ईशान की शादी में शामिल होंगी मायावती, नई एंट्री की अटकलें तेज
BSP supremo मायावती के छोटे भतीजे ईशान आनंद की शादी 24 अप्रैल को होने जा रही है और मायावती इस कार्यक्रम में शरीक होंगी। सूत्रों का कहना है कि आकाश आनंद की पार्टी में वापसी में ईशान की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। ईशान हाल ही में मायावती के जन्मदिन पर सार्वजनिक रूप से उनके साथ नजर आए थे और पार्टी की 16 जनवरी की बैठक में भी शामिल हुए थे।
27 वर्षीय ईशान लंदन की यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिंस्टर से लॉ की पढ़ाई कर चुके हैं और इस समय अपने पिता आनंद कुमार के कारोबार में सहयोग कर रहे हैं। हालांकि जिस तरह से मायावती ने उन्हें पदाधिकारियों से परिचित कराया था, उससे यह साफ संकेत मिल रहा है कि ईशान जल्द ही राजनीति में कदम रख सकते हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले ईशान की सक्रिय भूमिका भी तय मानी जा रही है।
BSP supremo ने केंद्र को दी सलाह, ‘ट्रंप टैरिफ’ पर जताई चिंता
बैठक के दौरान मायावती ने वैश्विक मुद्दों पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा कुछ देशों पर लगाए गए ‘ट्रंप टैरिफ’ पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस तरह के फैसलों में राजनीतिक फायदे से ऊपर देशहित को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने दो टूक कहा कि किसी भी कीमत पर देश के आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
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बसपा की इस मीटिंग में भले ही कोई चौंकाने वाला ऐलान न हुआ हो, लेकिन मायावती के बयानों ने स्पष्ट कर दिया है कि आकाश आनंद को धीरे-धीरे पार्टी में फिर से अहम भूमिका दी जा सकती है। ईशान की संभावित एंट्री और आकाश की सक्रियता दोनों मिलकर बसपा के भविष्य की रणनीति को नया आकार दे सकते हैं। अब देखना ये है कि क्या बुआ-भतीजे की जोड़ी एक बार फिर पार्टी को मजबूती देने में सफल हो पाएगी या नहीं।