कानपुर ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। यहां लालपुरा के निवासी एक सराफा कारोबारी ने सोमवार की रात अपनी पत्नी और तीन बच्चों की गला घोंटकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी रेलवे स्टेशन के पास रेल ट्रैक पर पहुंचा तो जीआरपी ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पूछताछ में साइको किलर ने रौंगटे खड़े कर देने वाले खुलासे किए हैं। पुलिस को कारोबारी ने बताया कि आठ-दस साल से मैं परेशान था। डिप्रेशन का शिकार हो गया था। दो साल से परेशानी और अधिक बढ़ गई थी। जिस पर पत्नी ने पूछा क्या हुआ। तब मैंने कहा था कि अग ऐसा लगता है कि मैं खुद को खत्म कर लूं। इस पर पत्नी ने कहा था कि अगर ऐसा तो हमें भी संग ले चलना।
अब जानें क्या है पूरा मामला
लालपुरा तिराहे के पास सराफा कारोबारी मुकेश वर्मा अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ रहता थे। तीन भाइयों का परिवार भी इसी घर में रहता है। सोमवार रात करीब 08ः20 मिनट पर मुकेश ने 112 नंबर पर पत्नी रेखा, बड़ी बेटी भाव्या (19), काव्या (17), अभीष्ट (13) के जहर खाकर मरने की सूचना दी और फोन स्विच ऑफ कर लिया। कोतवाली पुलिस सूचना देने वाले की तलाश ही कर रही थी कि इस दौरान लगभग नौ बजे जीआरपी ने जंक्शन स्टेशन के पास से मुकेश को आत्महत्या करने का प्रयास करते हुए पकड़ लिया। जीआरपी ने कारोबारी को पुलिस को सौंप दिया। पूछताछ में आरोपी ने चारों की हत्या की बात कबूल की तो पुलिस आनन-फानन में उसके घर पर पहुंची। घर के भूतल पर बने कमरे में पुलिस को रेखा, भाव्या और बेटे अभीष्ट के शव पड़े मिले, जबकि पहली मंजिल पर बने कमरे में काव्या का शव पड़ा मिला।
एक साथ सुसाइड करने का मन बनाया था
सभी के गले पर निशान मिले, लेकिन खून का एक भी कतरा नहीं बहा था। पुलिस ने तुरंत फोरेंसिक टीम को बुलाया। सारे अहम सबूत एकत्रित कर उन्हें जांच के लिए भेजा दिया। फिर शवों को भी पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस के गिरफ्त में आए आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि पहली बीवी की साल 2005 में कैंसर से मौत हो गई थी। फिर मैंने रेखा से दो साल बाद यानि 2007 में शादी की। भव्या मेरी पहली पत्नी की बेटी है। रेखा से शादी के बाद हमारे घर काव्या और अभिष्ट पैदा हुए। भव्या दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर रही थी। वह दिवाली पर घर आई थी। छोटी बेटी काव्या 12वीं क्लास में पढ़ती थी। आरोपी ने पुलिस को बताया कि हम पांचों ने एक साथ सुसाइड करने का मन बनाया था, जिसमें उसकी पत्नी और तीन बच्चों की मौत हो गई, लेकिन मैं बच गया।
गला रस्सी से घोंट दिया
आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह अकेले करवा चौथ वाले दिन मरने जा रहा था, लेकिन उस दिन पत्नी ने रोक दिया। बोली अभी करवा चौथ हो जाने दो बाकी बाद में मरने का दिमाग लगाना अभी मत करो। आरोपी ने पत्नी ने कहा था कि कुछ ऐसा दे दो ताकि मरने में तकलीफ कम हो। इस पर मैंने नींद की गोली दी क्योंकि मेरी पहली पत्नी ने भी मरने से पहले सबके सामने नींद की गोली ली थी। हत्यारे ने उसने खुद पत्नी का गला रस्सी से घोंटा। पत्नी ने इससे पहले फंदा लगाकर मारने की कोशिश की थी लेकिन नींद की गोली लेने की वजह से सीधी खड़ी नहीं हो पा रही थी। उसने कहा मुझे लेट जाने दो फिर जैसे मर्जी मार देना। इसके बाद मैंने बच्चों का भी गला रस्सी से घोंट दिया।
बच्चों ने पूछा पापा क्या कर रहे हो
हत्यारे ने पुलिस को बताया, इस दौरान बच्चों ने मुझसे पूछा भी था कि पापा ये क्या कर रहे है। मैंने कहा बेटा मैं आप लोगों को अकेला छोड़कर नहीं जा पाऊंगा, तो संग लेकर जा रहा हूं। आरोपी ने बताया कि चारों को मारने के बाद मैं रेलवे ट्रैक पर लेट गया। मेरे ऊपर से ट्रेल के सात डिब्बे गुजर गए फिर भी बच गया। मैं दूसरी ट्रेन का इंतजार कर रहा था, तभी जीआरपी के जवान आ गए और उन्होंने मुझे पकड़ लिया। साइको किलर ने पुलिस को बताया कि साहब, मैंने रोते-रोते अपनी बगिया को उजाड़ी है। मुझे अफसोस सिर्फ इस बात का है कि मैं कैसे जिंदा बच गया। अगर घर पर जहर खा लेता तो शाएद अपने परिवार के साथ यमलोक चला गया होता।
सुसाइड नोट भी बरामद
मामले पर एसएसपी संजय कुमार ने बताया, हमने जांच में पाया कि मुकेश वर्मा ने ही अपनी पत्नी और अपने तीन बच्चों की जहरीला पदार्थ खिलाकर के हत्या की है। क्योंकि घटनास्थल से खून का कोई निशान बरामद नहीं हुआ है। फॉरेंसिक टीम को वहां से नशे की दवाइयां भी बरामद हुई हैं। सर्राफा कारीगर मुकेश वर्मा की ओर से लिखा हुआ एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है। जिसको लेकर के पुलिस बारीकी से अवलोकन करने में जुटी हुई है। स्थानीय लोगों की ओर से ऐसा कहा जा रहा है कि मुकेश वर्मा का घर सुबह 9 के आसपास से बंद था। अनुमान ऐसा लगाया जा रहा है कि नींद की दवाई देकर के परिवार के एक साथ चार सदस्यों को मारने की घटना सुबह के समय घटित हुई है।
कुछ इस तरह से बोला रेखा का भाई
दूसरी तरफ, रेखा के भाई की मानें तो उसकी भांजी काव्या ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर स्टेटस लगाया था। जिसमें उसने लिखा था, ये सब लोग खत्म। स्टेटस में रेखा और बच्चों की तस्वीरें लगी थीं। यह देखकर परिवार के लोग परेशान हो गए। सभी को फोन करने की कोशिश की गई, लेकिन किसी का नंबर नहीं लग रहा था। हमारी बहन और उनके बच्चों की हत्या शायद जमीन जायदाद के कारण की गई है। इस मामले की सही तरीके से जांच होनी चाहिए। पुलिस ने काव्या सहित सभी परिवार वालों के मोबाइल को जांच के लिए भेजा गया है। ताकि, इस मामले में कुछ और भी अहम जानकारियां मिल सकें। उनके परिवार और आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। वहीं, इस हत्याकांड के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है।