लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 701 वन दरोगाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। चयनित अभ्यर्थियों में 140 महिला दरोगा भी हैं। इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी। सीएम योगी के हाथों से नियुक्ति पत्र पाकर अभ्यर्थियों के चेहरों में मुस्कान आ गई और सभी ने एस स्वर में इमानदारी से कार्य करने की शपथ भी ली।
पूरी दुनिया पर्यावरण को लेकर चिंतित
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान प्रदेश सरकार की तरफ से पर्यावरण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यक्रमों का भी वर्णन किया। सीएम योगी ने वन दरोगाओं से कहा कि इस समय पूरी दुनिया पर्यावरण को लेकर चिंतित है। हाल ये है कि कई शहरों में प्रदूषण के कारण स्कूल-कॉलेज तक बंद करने पड़ रहे हैं। ऐसे समय में आप सभी लोगों को जागरुक करके समाज और देश के लिए योगदान कर सकते हैं। इसके लिए अपने क्षेत्र में नए प्रयोग करें और अपने विभाग को सर्वोत्तम बनाने का प्रयास करें।
गड़बड़ी होने पर जवाबदेही सुनिश्चित
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 में बीजेपी की सरकार बनी। तब हमने तय किया था कि सरकारी नौकरी में किसी भी तरह की खोट नहीं होनी चाहिए। इसी के कारण हमने सभी बोर्ड और आयोगों को निर्देश दिया था कि भर्ती प्रक्रिया बिना किसी खोट के हो और कहीं भी गड़बड़ी होने पर जवाबदेही सुनिश्चित हो। यही कारण है कि परीक्षा पूरी होकर नियुक्ति पत्र वितरित हो रहे हैं। एक दिन पहले पुलिस कांस्टेबल का परिक्षा परिणाम आया। सभी चयनित अभ्यर्थियों को बधाई। इमानदारी से सभी जनता की सेवा करें। सरकार युवाओं के साथ है। काबलियत के तहत अब जॉब मिल रही है।
महाभारत के रिश्ते टपक पड़ते थे
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले यूपी में भर्ती निकलती थी और महाभारत के रिश्ते टपक पड़ते थे। हमने कहा कि भर्ती में किसी के साथ ही भेदभाव नहीं कया जाएगा। इसका परिणाम अब दिख रहा है। सीएम योगी ने कहा कि आगे 60 हजार पदों पर पुलिस की भर्ती की जाएगी, जिसमें 20 प्रतिशत संख्या महिलाकर्मियों की होगी। हमने बीते साढ़े सात वर्षों में पारदर्शी और शुचितापूर्ण भर्ती की। जब भर्ती इतनी पारदर्शी और शुचिता के साथ सम्पन्न हो रही है तो राज्य की भी अपेक्षाएं आपसे हैं।
आम जनता को ही भुगतना पड़ता है
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आमतौर पर होता है कि सरकारी कर्मचारी जनता से दूरी बना लेते हैं। वो जनता से संवाद नहीं करते हैं पर जनता से संवाद कर लोगों को जागरुक करने की आवश्यकता है। लोगों को बताएं कि प्लास्टिक का प्रयोग न करें। लोग प्लास्टिक का उपयोग करके उसे खेतों में और अलग-अलग जगह फेंक देते हैं जिसका दुष्परिणाम पर्यावरण के में क्षय के रूप में आम जनता को ही भुगतना पड़ता है। आप सभी मिलकर जनता को जागरुक करें और अपने विभाग को सर्वोत्तम बनाएं।