Komal Yadav FIR: सीमेंट और निर्माण सामग्री बेचने वाले कोमल यादव अब विवादों के केंद्र में आ गए हैं। उन पर उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी करने, सीमेंट में मिलावट करने और शिकायतकर्ता से मारपीट व धमकी देने के गंभीर आरोप लगे हैं। ताजा मामले में उमाशंकर सिंह के पुत्र गोपी सिंह ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद कोमल यादव पर एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि कोमल यादव ने ग्राहकों को घटिया सीमेंट बेची और जब शिकायत की गई तो उन्होंने गाली-गलौज और मारपीट की। यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।
इंजीनियरों की जांच में खुली पोल
शिकायतकर्ता गोपी सिंह ने पुलिस को बताया कि उन्होंने वर्षों की मेहनत की कमाई से मकान निर्माण शुरू किया था। इसके लिए उन्होंने कोमल यादव की एजेंसी से सीमेंट, बालू और गिट्टी खरीदी। लेकिन कुछ ही दिनों में दीवारें और पिलर कमजोर पड़ने लगे। गोपी ने जब विशेषज्ञ इंजीनियरों से जांच कराई, तो सामने आया कि सीमेंट में भारी मात्रा में रेत मिलाई गई थी। रिपोर्ट में साफ लिखा था कि निर्माण सामग्री मानकों पर खरी नहीं उतरती, जिससे मकान की मजबूती खतरे में पड़ गई।
शिकायत पर धमकी और मारपीट
जब गोपी सिंह ने Komal Yadav से शिकायत की, तो वह न सिर्फ झगड़े पर उतर आए बल्कि कथित तौर पर गाली-गलौज और मारपीट पर भी उतर आए। आरोप है कि उन्होंने अपने जान-पहचान के इंजीनियरों और प्रभावशाली लोगों के जरिए गोपी सिंह पर दबाव बनाया कि वह शिकायत वापस ले लें। धमकियों और हिंसा से परेशान होकर गोपी ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई, जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और जांच शुरू कर दी।
पुराना विवादों से नाता
Komal Yadav की एजेंसी पहले भी विवादों में रही है। स्थानीयों का कहना है कि एजेंसी द्वारा रेत-गिट्टी की आपूर्ति में भी अक्सर कम मात्रा में माल दिया जाता है लेकिन पूरा पैसा वसूला जाता है। वहीं, सेल टैक्स विभाग की भी कई बार छापेमारी हो चुकी है, पर हर बार मामला दबा दिया गया। इस नए खुलासे के बाद क्षेत्र के लोगों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।